Pitru Paksha 2025: इन राशियों पर पितृपक्ष का पड़ेगा प्रभाव, जानें इनके उपाय
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Pitru Paksha 2025: हिंदू धर्म में पितृपक्ष का विशेष महत्व है, जो 7 सितंबर से शुरू होकर 21 सितंबर तक चलेगा. इस बार पितृपक्ष की शुरुआत चंद्र ग्रहण के साथ हुई है. जिस कारण चार ग्रहों (सूर्य, बुध, मंगल, शुक्र) के राशि परिवर्तन का प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेग. कुछ राशियों के लिए यह समय शुभ फलदायी होगा, तो कुछ को सावधानी बरतनी होगी. आइए जानते हैं पितृपक्ष 2025 का सभी राशियों पर प्रभाव और इससे निपटने के ज्योतिषीय उपाय.
पितृपक्ष 2025: राशियों पर प्रभाव और उपाय
1. मेष (Aries)
प्रभाव:
मेष राशि वालों के लिए पितृपक्ष अत्यंत शुभ रहेगा. आर्थिक समस्याओं से राहत मिलेगी, और करियर में तरक्की के अवसर बनेंगे. परिवार और प्रेम जीवन में सुख-शांति बनी रहेगी. ग्रहों की चाल बदलने से मान-सम्मान में वृद्धि होगी.
उपाय:
- पितृपक्ष के दौरान रोजाना गाय को हरा चारा खिलाएं.
– पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं.
- पितरों के नाम से गरीबों को भोजन दान करें.
2. वृषभ (Taurus)
प्रभाव:
इस राशि के लिए पितृपक्ष मिश्रित परिणाम देगा. कार्यक्षेत्र में कुछ चुनौतियां आ सकती हैं, लेकिन परिवार का सहयोग मिलेगा. स्वास्थ्य का ध्यान रखें.
उपाय:
- तुलसी के पौधे की जड़ पर जल अर्पित करें.
- काले तिल का दान करें.
- घर की उत्तर-पूर्व दिशा में घी का दीपक जलाएं.
3. मिथुन (Gemini)
प्रभाव:
मिथुन राशि वालों के लिए यह समय सामान्य रहेगा. व्यापार में लाभ के योग बन सकते हैं, लेकिन अनावश्यक खर्चों से बचें. पितृ दोष से बचने के लिए धार्मिक कार्यों पर ध्यान दें.
उपाय:
- पितरों के लिए गंगा जल से तर्पण करें.
- कौवों को भोजन अर्पित करें.
- विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें.
4. कर्क (Cancer)
प्रभाव:
कर्क राशि वालों को स्वास्थ्य और पारिवारिक तनाव से सावधान रहना होगा. चंद्र ग्रहण का प्रभाव मानसिक तनाव बढ़ा सकता है. हालांकि, धार्मिक कार्यों से मन शांत रहेगा.
उपाय:
- पितृपक्ष में गरीबों को वस्त्र दान करें.
- घर के दक्षिण दिशा में सरसों के तेल का दीपक जलाएं.
- गायत्री मंत्र का जाप करें.
5. सिंह (Leo)
प्रभाव:
सिंह राशि के लिए पितृपक्ष शुभ रहेगा। सूर्य के गोचर से करियर में उन्नति और आर्थिक लाभ के योग बनेंगे. सामाजिक मान-सम्मान बढ़ेगा.
उपाय:
- पितरों के लिए पंचबलि (गाय, कुत्ता, कौवा, चींटी, मछली) को भोजन अर्पित करें.
- पीपल के पेड़ की पूजा करें.
- जरूरतमंदों को गुड़ और नमक का दान करें.
6. कन्या (Virgo)
प्रभाव: कन्या राशि वालों को कार्यक्षेत्र में सावधानी बरतनी होगी. मंगल के गोचर से विवादों की स्थिति बन सकती है. परिवार में सुख-शांति के लिए पितरों को प्रसन्न करें.
उपाय:
- तुलसी का पौधा लगाएं और उसकी पूजा करें.
- ब्राह्मणों को भोजन और दक्षिणा दें.
- गीता के सातवें अध्याय का पाठ करें.
7. तुला (Libra)
प्रभाव:
तुला राशि के लिए यह समय मध्यम रहेगा. शुक्र के गोचर से प्रेम और दांपत्य जीवन में सुख मिलेगा, लेकिन आर्थिक मामलों में सतर्क रहें.
उपाय:
- पितृपक्ष में बरगद के पेड़ की पूजा करें.
- काले तिल और चांदी का दान करें.
- घर की रसोई में पानी के पास दीपक जलाएं.
8. वृश्चिक (Scorpio)
प्रभाव:
वृश्चिक राशि वालों के लिए पितृपक्ष शुभ फलदायी रहेगा. धन लाभ, नौकरी और व्यापार में प्रगति के योग बन रहे हैं. परिवार का सहयोग मिलेगा.
उपाय:
- पितरों के नाम से छतरी का दान करें.
- गंगा जल में तिल मिलाकर तर्पण करें.
- उपले में गुड़ और घी डालकर जलाएं और पितरों से माफी मांगें.
9. धनु (Sagittarius)
प्रभाव:
धनु राशि वालों को स्वास्थ्य और पारिवारिक मामलों में सावधानी बरतनी होगी. अनावश्यक खर्चों से बचें और धार्मिक कार्यों पर ध्यान दें.
उपाय:
- नदी या तालाब के किनारे दीपदान करें.
- पितरों के लिए गजेन्द्र मोक्ष कथा का पाठ करें.
- जरूरतमंदों को अन्न दान करें.
10. मकर (Capricorn)
प्रभाव:
मकर राशि के लिए यह समय मिश्रित रहेगा. कार्यक्षेत्र में मेहनत के बाद सफलता मिलेगी, लेकिन मानसिक तनाव से बचें.
उपाय:
- पितृपक्ष में पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाएं.
- काले तिल का दान करें.
- घर की उत्तर-पूर्व दिशा में घी का दीपक जलाएं.
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11. कुंभ (Aquarius)
प्रभाव:
कुंभ राशि वालों के लिए यह समय सामान्य रहेगा. व्यापार में लाभ के अवसर बन सकते हैं, लेकिन पारिवारिक विवादों से बचें.
उपाय:
- पितरों के लिए पंचबलि कर्म करें.
- तुलसी के पौधे की जड़ पर जल अर्पित करें.
- विष्णु भगवान की पूजा करें.
12. मीन (Pisces)
प्रभाव:
मीन राशि के लिए पितृपक्ष शुभ रहेगा. बुध के गोचर से शिक्षा और करियर में प्रगति होगी. परिवार में सुख-शांति बनी रहेगी.
उपाय:
- पितरों के लिए गंगा जल से तर्पण करें.
- पीपल या बरगद के पेड़ की पूजा करें.
- गरीबों को वस्त्र और अन्न दान करें.