MP News: इंदौर के एमवाय अस्पताल में बच्चों की मौत का मामला, डॉ मनोज जोशी सस्पेंड, डॉक्टर्स को मिला चूहे पकड़ने का टारगेट

MP News: इंदौर के महाराजा यशवंतराव होलकर अस्पताल में नवजात बच्चों की मौत के मामले में बड़ा एक्शन हुआ है. डॉक्टर मनोज जोशी को सस्पेंड कर दिया गया है. इसके साथ ही पीडियाट्रिक विभाग (बच्चों में होने वाली बीमारी से जुड़ा विभाग) के हेड ऑफ डिपार्टमेंट (HoD) को हटा दिया गया है और डॉक्टर अशोक लड्ढा को एचओडी बना दिया गया है
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एमवाय अस्पताल इंदौर

MP News: इंदौर के महाराजा यशवंतराव होलकर अस्पताल में नवजात बच्चों की मौत के मामले में बड़ा एक्शन हुआ है. डॉक्टर मनोज जोशी को सस्पेंड कर दिया गया है. इसके साथ ही पीडियाट्रिक विभाग (बच्चों में होने वाली बीमारी से जुड़ा विभाग) के हेड ऑफ डिपार्टमेंट (HoD) को हटा दिया गया है.

‘ऑपरेशन रेट किल’ अभियान शुरू

एमवाय अस्पताल में चूहों के काटने से दो नवजातों की मौत के बाद प्रशासन ने ‘ऑपरेशन रेट किल’ अभियान शुरू किया है. डॉ. महेश कछारिया को असिस्टेंट सुपरिटेंडेंट बनाकर इस ऑपरेशन जिम्मेदारी दी गई है. वे पूरी प्रोसेस की मॉनिटिरिंग करेंगे. चूहों पर नियंत्रण के लिए बड़े पिंजरे, रोडेंट ग्लू ट्रैप और दवाइयां इस्तेमाल करना शुरू कर दिया गया है. यूनिट को ये भी बताना होगा कि 24 घंटे में कितने चूहे पकड़े गए.

कंपनी पर 1 लाख रुपये का जुर्माना

अस्पताल में साफ-सफाई और रखरखाव की जिम्मेदार कंपनी एजाइल को ब्लैकलिस्ट करने करने के लिए डीन ने स्वास्थ्य विभाग को पत्र लिखा है. कंपनी पर एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया था, मामले के तूल पकड़ने के बाद अब बड़ी कार्रवाई की तैयारी है.

क्‍या है MY अस्‍पताल का पूरा मामला?

इंदौर के महाराजा यशवंतराव अस्पताल में कुछ दिन पहले चूहों ने दो नवजातों की उंगली कुतर ली थी. इससे दोनों की मौत हो गई थी. हालांकि इस पर अस्पताल प्रबंधन का कहना था कि बच्चों की मौत सीधे तौर पर चूहों के काटने से नहीं हुई है. डीन डॉ. अरविंद घनघोरिया के मुताबिक मृत नवजात का वजन महज 1.2 किलो था, उसका हीमोग्लोबिन बहुत कम था और उसे गंभीर सर्जिकल दिक्‍कतें थीं.

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घटना के बाद डीन ने कार्रवाई करते हुए दो स्टाफ नर्स को निलंबित कर दिया था और नर्सिंग सुपरिटेंडेंट को पद से हटा दिया गया था. इसके साथ ही कई जिम्मेदार अधिकारियों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है. डॉक्टरों का कहना है था कि एक नवजात की मौत का कारण संक्रमण यानी सेप्टिसीमिया रहा. वहीं, दूसरे बच्चे की हाल ही में सर्जरी हुई थी, लेकिन वह भी इलाज के दौरान जिंदगी की जंग हार गया. अस्पताल स्टाफ के अनुसार दोनों नवजात ऐसे थे, जिन्हें जन्म के बाद उनके परिजन वहीं छोड़कर चले गए थे.

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