लहंगा हुआ और महंगा, वेडिंग सीजन में बजट पर भारी पड़ सकता है नया ‘दुल्हन टैक्स’!
प्रतीकात्मक तस्वीर
New GST Slabs On Clothes: शादी का सीजन आने वाला है और हर दुल्हन अपने सपनों का लहंगा सजाने की तैयारी में है. लेकिन इस बार आपके वेडिंग लहंगे की चमक पर थोड़ा टैक्स का साया पड़ने वाला है. जी हां, 22 सितंबर 2025 से लहंगे, इवनिंग गाउन और इंडो-वेस्टर्न कपड़ों पर GST की दरें बढ़ रही हैं.
अब 2500 रुपये से ज्यादा कीमत वाले इन खूबसूरत परिधानों पर 12% की जगह 18% GST देना होगा. तो तैयार हो जाइए, क्योंकि इस बार शादी का बजट थोड़ा और भारी हो सकता है.
क्या है नया नियम?
पहले 1000 रुपये से ज्यादा कीमत वाले रेडीमेड कपड़ों और लहंगों पर 12% GST लगता था. लेकिन अब सरकार ने नियम बदल दिए. अगर आपका लहंगा या इवनिंग गाउन 2500 रुपये से ज्यादा का है, तो उस पर 18% टैक्स देना होगा. यानी, अगर आपका सपनों का लहंगा 10,000 रुपये का है, तो पहले आप 1200 रुपये टैक्स देते थे, लेकिन अब 1800 रुपये चुकाने पड़ेंगे. और जब बात वेडिंग लहंगों की हो, जिनकी कीमत आमतौर पर 5000 रुपये से शुरू होती है, तो ये टैक्स की मार सीधे जेब पर पड़ेगी.
वेडिंग सीजन पर क्या होगा असर?
शादी का मौसम भारत में धूमधाम से मनाया जाता है. बाजारों में चमचमाते लहंगे, गाउन और इंडो-वेस्टर्न ड्रेसेज की दुकानों पर भीड़ लगती है. लेकिन इस टैक्स बढ़ोतरी से दुल्हनें और उनके परिवारवालों की टेंशन बढ़ सकती है. दिल्ली के मशहूर चांदनी चौक मार्केट से लेकर मुंबई के डिजाइनर स्टोर्स तक, हर जगह लहंगों की कीमतें पहले ही आसमान छू रही हैं. अब 18% GST के साथ ये और महंगे हो जाएंगे. एक दुकानदार ने बताया, “ग्राहक पहले ही कीमतों को लेकर सौदेबाजी करते हैं. अब टैक्स बढ़ने से वो और सोच-विचार करेंगे.”
पहले क्या थी कहानी?
क्या आपको पता है कि पहले कपड़ों पर सिर्फ 1% प्रवेश कर लगता था? जी हां, 2017 से पहले कपड़े टैक्स के झंझट से काफी हद तक मुक्त थे. लेकिन जब GST लागू हुआ, तो कपड़ों को भी इसके दायरे में लाया गया. तब से रेडीमेड कपड़ों और लहंगों पर टैक्स का बोझ बढ़ता गया. अब ये नई दरें शादी के जोश में थोड़ा खलल डाल सकती हैं.
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दुल्हनें क्या करें?
तो क्या अब दुल्हनें अपने सपनों का लहंगा पहनना छोड़ दें? बिल्कुल नहीं. थोड़ी स्मार्ट प्लानिंग से आप इस टैक्स की मार को कम कर सकती हैं. मसलन, छोटे डिजाइनरों या लोकल मार्केट से खरीदारी करें, जहां क्वालिटी अच्छी हो और कीमतें थोड़ी कम. या फिर सेल और ऑफ-सीजन डिस्काउंट का फायदा उठाएं. और हां, अगर आपका बजट टाइट है, तो किराए पर लहंगा लेने का ऑप्शन भी तो है.
बाजार का मूड
रिसर्च के मुताबिक, भारत में वेडिंग इंडस्ट्री करीब 4.5 लाख करोड़ रुपये की है, और इसमें लहंगे-गाउन का बड़ा हिस्सा है. टैक्स बढ़ने से बड़े ब्रांड्स तो कीमतें बढ़ाएंगे ही, छोटे दुकानदार भी इसका बोझ ग्राहकों पर डाल सकते हैं. लेकिन कुछ एक्सपर्ट्स का कहना है कि ये बढ़ोतरी लंबे समय में मार्केट को ज्यादा प्रभावित नहीं करेगी, क्योंकि शादी के लिए लोग दिल से खर्च करते हैं. फिर भी, इस वेडिंग सीजन में जेब पर थोड़ा और जोर पड़ना तय है.