Surya Grahan Kab Lagega: 21 सितंबर को सूर्य ग्रहण कब लगेगा? 4 घंटे 24 मिनट तक रहेगा ग्रहण, जानें प्रारंभ और समापन का समय
सांकेतिक तस्वीर
Surya Grahan ka Samay 2025: साल का आखिरी सूर्य ग्रहण कल यानि 21 सितंबर को लगने वाला है. खगोल विज्ञान की दृष्टि से यह एक महत्वपूर्ण खगोलीय घटना है, लेकिन ज्योतिष के अनुसार इसका प्रभाव राशियों, वातावरण और मानव जीवन पर पड़ता है. वैज्ञानिकों का मानना है कि जब चंद्रमा, धरती और सूर्य के बीच से निकलता है तब ऐसी स्थिति बनती है और सूर्य की रोशनी पृथ्वी पर नहीं पहुंचती है जिसे सूर्य ग्रहण कहा जाता है.
कब लगेगा सूतक
मान्यता है कि सूर्य ग्रहण के 12 घंटे पहले उसका सूतक लगता है, जिसके दौरान पूजा-पाठ, शुभ और किसी भी तरह के मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं. ऐसा कहा जाता है कि सूतक के समय भगवान के मंत्रों और नामों का जाप करना चाहिए. इसके अलावा एक मान्यता यह भी है कि सूतक लगने से लेकर सूर्य ग्रहण के खत्म होने तक भोजन नहीं करना चाहिए. हालांकि इस बार का सूर्य ग्रहण के पहले लगने वाला सूतक भारत में मान्य नहीं होगा.
सूर्य ग्रहण का धार्मिक महत्व
हिंदू धर्म में सूर्य ग्रहण का सबसे ज्यादा महत्व है. इस साल पितृ विसर्जनी अमावस्या पर साल का आखिरी सूर्य ग्रहण लगने वाला है. भारत में यह ग्रहण नहीं दिखाई देगा और सूतक काल भी नहीं लगेगा लेकिन इस दिन होने वाले धार्मिक कार्य सभी अपने समयानुसार होंगे. इस साल का सूर्य ग्रहण कन्या राशि में रहेगा और नक्षत्र उत्तरा फाल्गुनी होगा.
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क्या है सूर्य ग्रहण का समय
21 सितंबर को होने वाले इस सूर्य ग्रहण का समय भारतीय समयानुसार रात 10 बजकर 59 मिनट से शुरू होगा और 22 सितंबर को सुबह 3 बजकर 23 मिनट पर समाप्त होगा. सूर्यग्रहण का समय लगभग 4 घंटे 24 मिनट का रहेगा. इस ग्रहण का चरम समय 22 सितंबर की रात 1 बजकर 11 मिनट पर होगा. यह सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा बल्कि यह ग्रहण केवल न्यूजीलैंड, पूर्वी ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण प्रशांत के कुछ हिस्सों में देखा जा सकेगा.
(डिस्क्लेमर: यह खबर धार्मिक मान्यताओं, ज्योतिष शास्त्र और पंचांग आधारित जानकारी पर लिखी गई है. इसका उद्देश्य केवल सामान्य जानकारी देना है. विस्तार न्यूज किसी भी ज्योतिषीय दावे की पुष्टि नहीं करता है.)