कफ सिरप कांड: MP SIT की टीम तमिलनाडु रवाना, कांचीपुरम में ‘जहरीली’ फैक्ट्री श्रेसन फार्मास्यूटिकल्स की करेगी जांच

मध्य प्रदेश में कफ सिरप कांड में बड़ी खबर है. मध्य प्रदेश की SIT टीम तमिलनाडु के लिए रवाना हो चुकी है. बताया जा रहा है कि SIT की टीम कांचीपुरम जिले की 'जहरीली' फैक्ट्री श्रीसन फार्मास्यूटिकल्स की जांच करेगी.
Symbolic picture.

सांकेतिक तस्वीर.

Cough Syrup deaths: मध्य प्रदेश में कफ सिरप कांड में बड़ी खबर है. मध्य प्रदेश की SIT टीम तमिलनाडु के लिए रवाना हो चुकी है. बताया जा रहा है कि SIT की टीम कांचीपुरम जिले की ‘जहरीली’ फैक्ट्री श्रीसन फार्मास्यूटिकल्स की जांच करेगी. छिंदवाड़ा के परसिया थाने में दर्ज एफआईआर में और तथ्यों को जोड़ने के लिए एसआईटी की टीम तमिलनाडु पहुंच रही है.

कफ सिरप मामले में बच्चों की मौत का आंकड़ा 21 पहुंचा

मध्य प्रदेश में कफ सिरप मामले में मौत का आंकड़ा 21 पहुंच गया है. जबकि 5 बच्चों का इलाज नागपुर में चल रहा है. राज्य सरकार ने निर्णय लिया है कि इन बच्चों के इलाज का खर्च सरकार उठाएगी. जिन बच्चों का इलाज चल रहा है, उनके परिजनों को सरकार एक-एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता देगी. इसके अलावा तीन अधिकारी और कर्मचारियों की टीम गठित की गई है जो नागपुर में रहकर बच्चों के इलाज में परिजनों मदद करेगी और उन्हें हर प्रकार की सहायता मुहैया कराएगी.

ये भी पढे़ं: MP News: ’90 परसेंट IAS जिले में BJP का बाजा बजाते हैं’, जीतू पटवारी बोले- सुधर जाएं, समय एक जैसा नहीं रहता

कोल्ड्रिफ’ के बाद दो और कफ सिरप पर बैन

एमपी सरकार ने ‘कोल्ड्रिफ’ के बाद दो और कफ सिरप रिलाइफ और रेस्पीफ्रेश टीआर पर बैन लगा दिया है. दोनों दवाओं में तय मानक यानी 0.1 फीसदी से ज्यादा डायएथिलीन ग्लाइकॉल (DEG) पाया गया है. राज्य सरकार ने गुजरात शासन को पत्र लिखकर जांच के लिए कहा है. कफ सिरप से मौत के बाद सरकार ने 19 दवाओं के सैंपल जांच के लिए भेजे थे, उनमें से ये दो दवा हैं. जिन दो दवाओं पर बैन लगाया गया है, दोनों गुजरात में बनी हैं.

ज़रूर पढ़ें