ग्वालियर में करवाचौथ से पहले साड़ी पर विवाद, पति-पत्नी को घंटों समझाते रहे काउंसलर
साड़ी नहीं दिलाने पर नराज पत्नी
Gwalior News: पति-पत्नी के प्रेम और आस्था का प्रतीक करवाचौथ का त्यौहार आने वाला है, लेकिन ग्वालियर के कई घरों में करवा चौथ विवाद की वजह बन गया है. पति-पत्नी के बीच साड़ी को लेकर झगड़े हो रहे हैं. साड़ी के लिए पहले बहस, फिर मारपीट तक विवाद पहुंच रहा है. झगड़े इतने बढ़े कि कुछ मामले परिवार परामर्श केंद्र तक पहुंच गए. कहीं आर्थिक तंगी वजह बनी, तो कहीं आदतों और सोच ने रिश्ते में खटास घोल दी. परिवार परामर्श केंद्र के काउंसलर घंटों उन्हें समझाइश दे रहे हैं, तब जाकर पति-पत्नी मान रहे और हंसी-खुशी घर लौट रहे हैं.
परिवार परामर्श केंद्र पहुंचा मामला
फूलबाग निवासी मनोज यादव और उनकी पत्नी रजनी की शादी को 15 साल हो चुके हैं. इस बार करवा चौथ की तैयारी के दौरान पत्नी ने पूछा कि कैसी साड़ी दिलवाओगे? पति ने कहा तुम्हारे पास बहुत साड़ियाँ हैं, उन्हीं में से कोई पहन लो, लेकिन फिर बात बढ़ी, दोनों में झगड़ा हो गया. मामला परिवार परामर्श केंद्र पहुंचा. पत्नी ने शिकायत में कहा कि 15 साल में पति ने सिर्फ 5 बार साड़ी दिलाई है. परामर्शदाताओं ने समझाने के बाद हर साल करवा चौथ पर पत्नी को नई साड़ी देने के वादे पर मामला शांत हुआ.
साड़ी बनी विवाद की वजह
परामर्शदाता महेंद्र शुक्ला ने बताया कि चंद्रवदनी नाका निवासी अजय और मानसी की शादी को 7 साल हो गए हैं. 10 दिन पहले जब मानसी ने पूछा कि इस बार करवा चौथ पर कौन सी साड़ी दिलवाओगे, तो पति ने कहा तुम साड़ी पहनती नहीं, तो क्यों खरीदोगी? इस बात पर झगड़ा इतना बढ़ा कि मामला परामर्श केंद्र पहुंच गया. काउंसलरों ने दोनों को समझाया.
परामर्शदाता सभा रहमान ने बताया कि बहोड़ापुर निवासी जगदीश राजपूत की शादी 2022 में मनीषा से हुई थी. जनवरी में नौकरी छूटने से घर की आर्थिक स्थिति बिगड़ गई. करवा चौथ पर पति ने पत्नी को पुरानी साड़ी पहनने की बात कही, जिस पर नाराज पत्नी मायके चली गई. मामला पुलिस तक पहुंच गया. बाद में काउंसलर ने दोनों का राजीनामा कराया.
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हर महीने पति देगा पत्नी को 1000 रुपए
इसके अलावा राहुल और शिवानी की शादी को 5 साल हो चुके हैं. राहुल नशे का आदी है. इस बार जब शिवानी ने करवा चौथ पर साड़ी की बात की, तो पति ने मना कर दिया. मामला पुलिस तक पहुंच गया जिसके बाद पुलिस ने दोनों को समझाया. मामला एक शर्त पर शांत हुआ की पति हर महीने पत्नी को 1000 रुपए देगा, जिस पर पत्नी शिवानी ने शिकायत वापस ली.
महिला थाना प्रभारी रश्मि भदौरिया ने बताया कि करवाचौथ पर उपहार और साड़ी न दिलाने की बात को लेकर पति-पत्नी के बीच तकरार बढ़ रही है. पिछले कुछ दिनों में ऐसे कई मामले महिला थाना और परिवार परामर्श केंद्र तक पहुंचे हैं. अधिकांश विवाद छोटी बातों से शुरू होकर बड़ी बहस में बदल जाते हैं. काउंसलरों ने समझाइश देकर कई जोड़ों के रिश्ते टूटने से बचाए हैं. करवा चौथ प्रेम, विश्वास और एक-दूसरे के सम्मान का त्योहार है.