‘कोल्ड्रिफ’ कफ सिरप से मौतों का मामला, तमिलनाडु में श्रेसन फार्मा का मालिक फरार, कंपनी के खिलाफ क्रिमिनल कार्रवाई शुरू
कांचीपुरम: श्रेसन फार्मा के खिलाफ आपराधिक कार्रवाई शुरू
Cough Syrup Case: मध्य प्रदेश में ‘कोल्ड्रिफ’ कफ सिरप से मरने वाले बच्चों की संख्या 21 पहुंच गई है. इस मामले में लगातार कार्रवाई जारी है. कफ सिरप बनाने वाली कंपनी श्रेसन फार्मा (Sresan Pharma) के खिलाफ तमिलनाडु में आपराधिक कार्रवाई शुरू कर दी गई है. जल्द ही इस में FIR दर्ज हो सकती है.
कंपनी का मालिक फरार
दरअसल, ‘कोल्ड्रिफ’ (Coldrif) कफ सिरप का निर्माण तमिलनाडु के कांचीपुरम में श्रेसन फार्मा द्वारा किया जाता है. मध्य प्रदेश में इस कफ सिरप से बच्चों की मौत के बाद तमिलनाडु सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है. कंपनी के खिलाफ आपराधिक मामले में कार्रवाई शुरू कर दी है. तमिलनाडु ड्रग कंट्रोल डिपार्टमेंट ने मामले में संज्ञान लिया है. कंपनी मालिक के खिलाफ न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल किया जाएगा. विस्तार न्यूज़ ने इस खबर को प्रमुखता से दिखाया था.
श्रेसन कंपनी का मालिक डॉक्टर जी रंगनाथन इस घटना के बाद से फरार है. उसके घर पर भी ताला लटका हुआ है. मध्य प्रदेश के अलावा तमिलनाडु, राजस्थान और केरल ने ‘कोल्ड्रिफ’ कफ सिरप को बैन कर दिया है.
जबलपुर में कार्रवाई जारी
जबलपुर के कटारिया फार्मा ने छिंदवाड़ा में ‘कोल्ड्रिफ’ कफ सिरप को सप्लाई किया था. औषधि और खाद्य विभाग की टीम ने यहां से इस सिरप की कई बोतलें जब्त की थीं. अब ड्रग विभाग की टीम इस कंपनी की दूसरी दवाओं की जांच कर रही है. कटारिया फार्मा इसी कंपनी की लगभग 20 दवाओं को बेच रहा है. ड्रग विभाग की टीम इन दवाओं के बारे में जानकारी जुटा रही है.
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पीड़ित परिवारों से मिले डिप्टी सीएम
डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ल ने बुधवार को छिंदवाड़ा में पीड़ित परिवारों से मुलाकात की. उन्होंने मृतक बच्चों के परिजनों का हालचाल जाना. उन्होंने ये भी कहा कि किसी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा. वहीं मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता उमंग सिंघार ने इस मामले में उपमुख्यमंत्री का इस्तीफा मांगा. उन्होंने आगे कहा कि बच्चों की मौत के मामले में उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल भी जवाबदार है. इसके लिए मुख्यमंत्री को बताना चाहिए कि वे उपमुख्यमंत्री का इस्तीफा कब लेंगे.