‘इस बार दिवाली पर मिठाई नहीं बाटेंगे, डर बांट रहे हैं कि कल शायद…’ भोपाल की आदिवासी बस्ती में पसरा सन्नाटा, जानें पूरा मामला
आदिवासी बस्ती में दिवाली पर पसरा सन्नाटा
Bhopal Diwali News: एक तरफ पूरे देश में दिवाली की धूम है. दीपों और रोशनी के त्योहार दिवाली पर हर जगह जगमगाती लाइट और दीपक जल रहे हैं. सुंदर-सुंदर रंगोलियां सजी हुई हैं और जमकर पटाखे फोड़कर जश्न मनाया जा रहा है. इस बीच मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक बस्ती ऐसी भी जहां सन्नाटा पसरा हुआ है.
भोपाल की बस्ती में पसरा सन्नाटा
बात हो रही है भोपाल के पॉलिटेक्निक इलाके की तंग गलियों में पसरे सन्नाटा की. यहां मानस भवन के पीछे 70 साल पुरानी आदिवासी बस्ती बसी हुई है. इस बस्ती में 27 परिवारों के 200 से ज्यादा लोग रहते हैं. इनमें मजदूर, बुजुर्ग, बच्चे और महिलाएं सभी शामिल हैं. हर साल यह इलाका दीपों की रोशनी और बच्चों की हंसी से जगमगाता था, लेकिन इस बार घरों की दीवारों पर दीये नहीं, बल्कि पोस्टर चस्पा हैं. यहां की गलियों में सन्नाटा पसरा हुआ है.
हमारी दिवाली में अंधेरा क्यों?
आदिवासी बस्ती में रहने वाले परिवारों के घरों के बाहर पोस्टर चस्पा हैं, जिन पर लिखा है- ‘हमारी दिवाली में अंधेरा क्यों?’…., ‘हम घर नहीं इंसाफ मांग रहे हैं’… ‘इस बार दिवाली पर मिठाई नहीं बाटेंगे, डर बांट रहे हैं कि कल शायद हमारे सर पर छत न हो’…
क्यों बस्ती में पसरा सन्नाटा?
दरअसल, जिला प्रशासन ने इस बस्ती के घरों में रहने वालों को बेदखली का नोटिस दे दिया है. प्रशासन की ओर से जारी इस नोटिस में कहा गया है कि यह भूमि सरकारी/वन क्षेत्र में आती है और सात दिन में खाली की जाए. लोगों का कहना है कि उन्हें जुर्माने के साथ नोटिस थमाए गए और चेतावनी दी गई कि जल्द ही बुलडोजर चलेगा. ऐसे में यहां रहने वाले लोगों में डर समाया हुआ है कि कभी भी उनके सिर के ऊपर से छत का साया छिन सकता है.