MP News: रिटायर्ड चीफ इंजीनियर ने अपने बेटे की कंपनी को पहुंचाया था फायदा, लोकायुक्त रेड में बड़ा खुलासा
पीडब्ल्यूडी पूर्व चीफ इंजीनियर जीपी मेहरा
MP News: लोकायुक्त की टीम ने कुछ दिनों पहले लोक निर्माण विभाग के भ्रष्ट चीफ इंजीनियर के ठिकानों पर छापेमारी की थी. भ्रष्ट इंजीनियर के 4 ठिकानों से करोड़ों रुपये की अवैध संपत्ति का पता चला था. अब इस मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. जीपी मेहरा ने पद का दुरुपयोग करते हुए अपने बेटे की कंपनी को फायदा पहुंचाया था.
274 प्रोजेक्ट में काम दिलाने की अनुशंसा की
पूर्व चीफ इंजीनियर पीडब्ल्यूडी विभाग में परियोजना संचालक रहते हुए अपने ही बेटे की कंपनी को सीएम राइज स्कूल के 274 प्रोजेक्ट में काम दिलाने की अनुशंसा की. आय से अधिक संपत्ति के मामले में फिलहाल लोकायुक्त जांच कर रही है, लेकिन अब जांच का दायरा बेटे की कंपनी पर भी आ गया है.
लोकायुक्त के हाथ लगे अहम दस्तावेज
मेहरा के घर में मिले दस्तावेजों के आधार पर लोकायुक्त के हाथ कई अहम और कागज लगे हैं. साल 2022 में परियोजना संचालक रहते हुए इंजीनियर जीपी मेहरा ने अपने बेटे की कंपनी केटी इंडस्ट्री को मॉड्यूलर की मेटल बॉक्स और की केबल ट्रे देने के लिए अनुशंसा की थी. गोविंदपुरा स्थित बेटे की कंपनी को करोड़ों रुपए का फायदा पहुंचाने का भी मामला सामने आया है. केटी इंडस्ट्री को लाभ पहुंचाने के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ आवेदन 10वें दिन ही जारी कर दिया गया, जबकि प्रशासकीय अनुमति की रफ्तार काफी होती है. उस समय पीयूआई के मेहरा डायरेक्टर थे. नए भवनओं में बिजली उपकरण लगाने के लिए आदेश जारी किया.
लोकायुक्त को मिला अकूत खजाना
- सोहागपुर (नर्मदापुरम): सैनी गांव में छापेमारी के दौरान मिनी मालदीव की तर्ज पर एक रिसॉर्ट बनाने की तैयारी का खुलासा हुआ
- 32 निर्माणाधीन कॉटेज और 7 निर्मित कॉटेज मिले.
- 17 टन शहद और 2 बड़े तालाब (संभवतः रिसॉर्ट के लिए) मिले.
- कृषि भूमि, महंगे 6 ट्रैक्टर सहित कृषि उपकरण, 2 गौशाला और 2 मछली पालन केंद्र की जानकारी मिली.
- ओपल रेजेंसी (भोपाल): इस फ्लैट में बड़ी मात्रा में नकदी और सोना-चांदी मिला. करीब ₹26 लाख नकद बरामद.
- 2 किलो 649 ग्राम सोना (अनुमानित कीमत लगभग ₹3 करोड़ 5 लाख)
- 5 किलो 523 ग्राम चांदी (अनुमानित कीमत लगभग ₹5 लाख 93 हजार)