MP News: शहडोल में दो भाइयों के मर्डर की कहानी, जानिए हत्या को कैसे अंजाम दिया गया
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Input: आजाद मोहम्मद शेख
MP News: शहडोल जिले का बलबहरा जिला. दिवाली का अगला दिन था और जिला का मार्केट तकरीबन बंद सा था. मार्केट में पुरुषोत्तम तिवारी की ऑटो पार्ट्स की दुकान थी. जहां पुरुषोत्तम के बेटे राहुल तिवारी, सतीश तिवारी और राकेश तिवारी दिया बाती करने के लिए लगभग शाम साढ़े 6 बजे पहुंचे थे. तीनों ने बकायेदा रीति-रिवाज से पूजा करी और दिया लगाया और कुर्सी लगाकर तीनों भाई मस्त बैठकर बातें करने लगे. शाम हो चुकी थी और मार्केट में भी ज्यादा चहल पहल नहीं थी.
हाथ में डंडा और बंदूक थी
काफी लंबे समय बाद दोनों भई इतने आराम से बैठे थे, नहीं तो रोजमर्रा के काम में समय कहां मिलता था. तभी उनकी दुकान से कुछ ही दूरी पर एक गाड़ी रुकती है और उसके पीछे से कई अन्य गाड़ियां आ जाती है. कम रोशनी की वजह से राहुल और राकेश तिवारी लोगों को देख नहीं पाए .. लेकिन जब उनमें से एक व्यक्ति आगे बढ़ा तो उसके हाथ में तलवार दिखाई दी और जैसे ही उस व्यक्ति पर स्ट्रीट लाइट पड़ी राहुल और राकेश समझ गए ये अनुराग शर्मा है. अनुराग के पीछे 10 ज्यादा लोग थे और सभी के हाथों में हथियार थे. किसी के हाथ में फरसा था तो किसी के हाथ में डंडा तो कोई बंदूक थामे हुआ था.
ये देख राकेश,सतीश और राहुल फौरन दुकान के अंदर भागे, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी. दरवाजा लगाने का उन्होंने प्रयास किया लेकिन नाकाम रहे. अनुराग के साथियों ने दुकान के दरवाजे पर तलवार ओर डंडों से वार किया जिससे दरवाजा टूट गया और वो सभी बदमाश दुकान के अंदर घुस गए. इससे पहले तीनों भई कुछ कह पाते अनुराग और उसके साथियों ने हमला कर दिया. दुकान के अंदर इस कदर मारपीट की, कि पूरी दुकान ही तहसनहस हो गई. साथ ही तीनों को मारते हुए वो बाहर सड़क पर ले आए. आस पास खड़ी गाड़ियों को भी अनुराग और उसके साथियों मे तोड़ दिया. रकेश, राहुल और सतीश को इतनी बेरहमी से पीटा की उनके हाथ पैर टूट गए और वो सभी खून से सने हुए सड़क पर पड़े थे. जिसके बाद अनुराग एक हाथ में तलवार और दूसरे में बंदूक लिए राकेश के पास आता है और उसको गाली देते हुए कहता है की ‘अगली बार तुम लोगों को जान से मार दूंगा’ और इतना कह कर वो अपने साथियों के साथ मौके से फरार हो जाता है.
क्यों किया अनुराग और उसके साथियों ने हमला?
इतने शोर के बाद स्थानीय लोग भी मौके पर पहुंच जाते हैं. लेकिन सबके मन में एक ही सवाल था की आखिर ये विवाद आखिर क्यों हो रहा है ? इसके पीछे आखिर वजह क्या है ?. क्या ये किसी पूरानी रंजिश का अंजाम तो नहीं ? जिसके बाद स्थानीय लोगों की मदद से तीनों को बुढार जिला अस्पताल ले जाया जाता है. रास्ते में राहुल दम तोड़ देता है. पुलिस को इस दौरान घटना की सूचना दी जाती है. बुढार जिला अस्पताल से राकेश और सतीश को शहडोल जिला अस्पताल रिफर किया जाता है. जहां पहुंचते-पहुंचते राकेश की भी सांसे थम जाती है. अब सतीश अपने जीवन के लिए शहडोल अस्पताल में लड़ाई लड़ रहा है. उसकी हालत बड़ी नाजुक है. इस दौरान राकेश को अदाज़ा हो जाता है की वो शायद न बच पाए तो मरने से पहले वो अपना बयान रिकार्ड कर लेता है .. जिसमें वो हमलावरों का खुलासा करता है. लेकिन अब भी वो वजह नहीं बताता की. किस वजह से अनुराग और उसके साथियों ने उनपर हमला किया.
इस दौरान पुलिस भी मामले की तफतीश शुरू कर चुकी थी और राकेश की FIR और बयान के आधार पर घटना का मुख्य आरोपी अनुराग शर्मा सहित 4 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया. चारों से पूछताछ शुरू की. साथ ही फरार आरोपियों की भी तलाश शुरू कर दी गई.
इस घटना ने बलबहरा जिले में सनसनी फ़ैला दी. हर कोई बस यही जानना चाहता था कि आखिर ये घटना को क्यों अंजाम दिया गया. लोग तरह तरह की बातें कर रहे थे. जिसके बाद मृतक के पिता पुरुषोत्तम तिवारी से जब बात की तो उन्होंने बताया की उनके 99 डेसीमिल पट्टे की जमीन का विवाद प्रभाकर मिश्रा से चल रहा है और साल 2021 में जमीन पर लगे स्टे को हटवाने के लिए अनुराग शर्मा उनके घर आता है और 50 हजार की मांग करता है. जब पुरषोत्तम ने इनकार कर दिया तो अनुराग ने बंदूक उनके सीने पर लगा कर कहा ‘की यदि 50 हजार नहीं दिए तो तुम्हरे बच्चों को जान से मार दूंगा’ लेकिन तब वो पीछे हट जाता है और ये विवाद तभी से चला आ रहा है.