‘जब तक भारत हिंदू राष्ट्र नहीं होगा, हम चलते रहेंगे…’ पदयात्रा के दौरान बोले बाबा बागेश्वर

Dhirendra Shastri padyatra: बागेश्वर बाबा की पदयात्रा दिल्ली के कात्यायनी देवी मंदिर से शुरू हुई है, जिसका समापन बांके बिहारी मंदिर वृंदावन में होगा.
Bageshwar Dham Sanatana Hindu Ekta Padyatra 2025

बागेश्वर बाबा

Hindu Ekta Padyatra 2025: दिल्ली के छतरपुर मंदिर से बाबा बागेश्वर के नाम से मशहूर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने सनातन हिंदू एकता पदयात्रा शुरू की है, जिसका आज शनिवार को दूसरा दिन है. उन्होंने कहा हम चाहते हैं कि हिंदू जातिगत विभाजन से ऊपर उठें और एकजुट हों. हम तभी रुकेंगे जब हमारा उद्देश्य पूरा होगा. उनकी इस पदयात्रा में हजारों की तादात में लोग शामिल हुए हैं.

धीरेन्द्र शास्त्री ने कहा कि यह पदयात्रा 7 शपथ लेकर शुरू हुई, सामाजिक समरसता और हिंदू एकता के लिए है. देश के हिंदू एकजुट होकर सड़कों पर उतर रहे हैं. भारत निश्चित रूप से एक हिंदू राष्ट्र बनेगा. जब तक भारत एक हिंदू राष्ट्र नहीं बन जाता, हम लगातार पदयात्राएं आयोजित करते रहेंगे. हम तभी रुकेंगे जब भारत हिंदू राष्ट्र होगा.

हिंदू समाज को एकत्रित करने की मुहिम

आगे उन्होंने कहा कि यह पदयात्रा किसी राजनीतिक दल का समर्थन या विरोध करने के लिए नहीं है. यह सिर्फ हिंदू समाज को एकत्रित करने की मुहिम है. पदयात्रा में शामिल लोगों के लिए उन्होंने कहा कि यह सब बागेश्वर धाम के पागल हैं. हम कोई नेता नहीं और ये जनता नहीं, बल्कि हमारे परिवार के सदस्य हैं.

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हजारों की तादाद में शामिल श्रद्धालु

इस पदयात्रा में हजारों की तादाद में लोग शामिल हुए हैं. हाथ में झंडा लिए जय श्रीराम और हर हर महादेव के नारे लगाते आगे बढ़ रहे हैं. इसमें सभी उम्र के लोग (महिलाएं, बुजुर्ग और युवा) शामिल हैं. इस यात्रा को उन्होंने बांके बिहार के मिलन और सनातन धर्म के उत्थान का संदेश लेकर चलने वाली बताई. उनका उद्देश्य हिंदुओं की एकता और उनमें गर्व की भावना जागृत करना है. उन्होंने लोगों से आग्रह किया है कि वे इस यात्रा को आंदोलन नहीं बल्कि एक सांस्कृतिक जागरण के रूप में देखें.

कहां से कहां तक जाएगी यात्रा?

धीरेन्द्र शास्त्री की पदयात्रा 7 नवंबर को दिल्ली के कात्यायनी देवी मंदिर से शुरू हुई है। 8 नवंबर को बहादुरगढ़ हरियाणा सीमा पर पड़ाव, 9 नवंबर फरीदाबाद दशहरा मैदान NIT फरीदाबाद, सीकरी, 10-12 नवंबर- परथला राजकीय कॉलेज मीठा गांव होडल मंडी, 13 नवंबर-हरियाणा-उत्तर प्रदेश सीमा पार कर कोसीकलां मथुरा में प्रवेश, 15 नवंबर-बरसाना में पदयात्रा का प्रवेश और 16 नवंबर को बांके बिहारी मंदिर वृंदावन में महासभा होगी. यहीं से यात्रा का समापन भी होगा.

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