दिल्ली ब्लास्ट केस में बड़ा खुलासा, बम बनाने में एक्सपर्ट था आतंकी उमर, 2 किलो से ज्यादा अमोनियम नाइट्रेट का हुआ इस्तेमाल

Delhi Blast: दिल्ली ब्लास्ट में 2 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट का इस्तेमाल हुआ था. जांच में खुलासा हुआ.
Investigators examining site of Delhi Red Fort blast where 2 kg ammonium nitrate was used

दिल्ली धमाके में कार के उड़े परखच्चे (फाइल फोटो)

Ammonium Nitrate Explosion Delhi: दिल्ली ब्लास्ट की जांच अभी जारी है, जिसमें रोज नए खुलासे हो रहे हैं. जांच एजेंसियों ने पाया कि दिल्ली ब्लास्ट में करीब 2 किग्रा. अमोनियम नाइट्रेट का उपयोग किया गया था. उमर ने इसे 5 से 10 मिनिट में तैयार कर ब्लास्ट किया होगा. यानी आतंकी उमर बम बनाने में काफी एक्सपर्ट रहा है. सुरक्षा एजेंसियां अब यह जांच करने में जुटी हैं कि लाल किले की पार्किंग में ये सब किया गया या पहले से तैयारी कर के आया था.

बम बनाने में एक्सपर्ट था आतंकी उमर

सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, उमर मोहम्मद ने अमोनियम नाइट्रेट में पेट्रोलियम आयल और डेटोनेटिग मैटेरियल का ब्लास्ट के लिए इस्तेमाल किया होगा. मौके पर मिले सबूतों के आधार पर उमर बम बनाने में काफी एक्सपर्ट था. जो 5 से 10 मिनट के अंदर ही बम तैयार कर घटना को अंजाम दे सकता था.

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अल-फलाह यूनिवर्सिटी के 15 डॉक्टर लापता

जांच एजेंसी कई एंगल से जांच करने में जुटी हैं. हरियाणा के फरीदाबाद जिले में अल-फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़े चिकित्सकों की जांच की जा रही है. यहां से कई आरोपी आतंकी उमर और मो. मुजम्मिल के संपर्क में थे. सूत्रों के अनुसार, यूनिवर्सिटी के करीब 15 डॉक्टर लापता हैं. जिनकी तलाश की जा रही है. फिलहाल, इस यूनिवर्सिटी के कई डॉक्टर संदिग्ध बताए जा रहे हैं, जिनसे जांच एजेंसियां पूछताछ कर रही हैं.

13 लोगों की हुई थी मौत

दिल्ली ब्लास्ट 10 नवंबर, 2025 को लाल किले के पास हुआ था. जिसमें एक हुंडई i20 कार में विस्फोट होने से 13 लोगों की मौत हो गई थी और कई लोग घायल हैं. इसकी जांच में अल-फलाह यूनिवर्सिटी के दो कर्मचारी डॉ. शाहीन सईद और डॉ. मुजम्मिल शकील मुख्य संदिग्ध हैं. जिसे हिरासत में लेकर जांच और पूछताछ की जा रही है. बता दें, हमले के दिन ही पुलिस ने फरीदाबाद में 2,900 किलो विस्फोटक सामग्री पकड़ी थी.

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