क्या सिगरेट पीने से तनाव दूर होता है? जानिए डॉक्टर्स क्या कहते हैं
सांकेतिक तस्वीर
Lifestyle News: अक्सर आपने देखा होगा कि कुछ लोग तनाव को कम करने के लिए नशे का सहारा लेते हैं. सिरदर्द जैसे स्थिति से निपटने के लिए, काम का प्रेशर मिटाने के लिए और तनावमुक्त महसूस करने के लिए कुछ लोग सिगरेट पीते हैं. जो भी सिगरेट पीते हैं वे कहते हैं कि राहत और सुकून मिलता है. हालांकि इसमें किस हद सच्चाई है ये कहना तो मुश्किल है लेकिन डॉक्टर्स ने बता दिया है कि सिगरेट पीना कितना नुकसानदेह है.
‘युवाओं में हार्ट अटैक की मुख्य वजह लाइफस्टाइल’
मध्य प्रदेश के जबलपुर में गुरुवार को विस्तार महाकौशल सम्मान 2025 का आयोजन हुआ. इस कार्यक्रम में चिकित्सा क्षेत्र के एक्सपर्ट भी शामिल हुए. इस कार्यक्रम में जबलपुर के बड़े डॉक्टर्स में शामिल डॉ. अखिलेश दुबे, डॉ. तरुण नागपाल और डॉ. हरिशंकर चंदेल ने शिरकत की. डॉ अखिलेश दुबे ने हार्ट अटैक को लेकर कहा कि पहले 40 साल की उम्र तक ये कॉमन इलनेस थी. अब ये आंकड़ा 30 से 40 के बीच पहुंच चुका है. युवाओं में हार्ट अटैक की मुख्य वजह लाइफस्टाइल है.
‘स्मोकिंग से सभी अंग प्रभावित होते हैं’
विस्तार न्यूज के एडिटर-इन-चीफ ज्ञानेंद्र तिवारी ने डॉक्टर्स से सवाल किया कि हार्ट अटैक में स्मोकिंग कितनी बड़ी वजह है? इस पर डॉ अखिलेश दुबे ने कहा है कि जेनेटिक्स के बाद स्मोकिंग हार्ट अटैक में अहम फैक्टर है. इसका प्रभाव केवल लंग्स पर ही नहीं पड़ता है. इसका सभी अंगों पर प्रभाव होता है. लंग्स के साथ ही इसोफेगस (खाने की नली) में कैंसर, यूरिनल ब्लेडर कैंसर, कोलन कैंसर में स्मोकिंग महम फैक्टर है. ये धोखे में ना रहें कि केवल लंग्स को नुकसान पहुंचाता है. निकोटिन में शरीर के सभी हिस्सों को प्रभावित करता है.
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‘सिरदर्द का इलाज स्मोकिंग नहीं है’
एडिटर-इन-चीफ ने सवाल किया कि क्या सिगरेट पीने से सिरदर्द और तनाव में राहत मिलती है? इस सवाल का जवाब देते हुए डॉ. तरुण नागपाल ने कहा कि सिरदर्द का इलाज स्मोकिंग नहीं है, ऐसा कहीं मेंशन भी नहीं है. जब आपको किसी चीज की तलब लग जाए, चाहे वह शराब हो, स्मोकिंग या कोई और चीज हो. जब आप इसका सेवन नहीं करते तो वैरायिटी ऑफ सिंटम्स होते हैं. इससे निजात उसी नशे के सेवन करने से पूरा होता है. ये फॉर्म ऑफ एडिक्शन है. नशा टॉलरेंस की तरह है, आज यदि तीन की जरूरत हो रही है तो अगले साल 5 की जरूरत होगी, उसके अगले साल 10 की जरूरत होगी. इससे धीरे-धीरे शरीर को हानि होगी.