‘बहन-बेटियों को लेकर की गई एक IAS की टिप्पणी विभाजनकारी है’, आईएएस संतोष मिश्रा के बयान पर डिप्टी CM राजेंद्र शुक्ला भड़के
डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला ने आईएएस संतोष वर्मा पर निशाना साधा.
Rajendra Shukla on IAS Santosh Verma: मध्य प्रदेश के IAS संतोष वर्मा का ब्राह्मण समाज पर किया गया विवादित बयान लगातार तूल पकड़ता जा रहा है. अब एमपी के डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला ने आईएएस के बयान पर कड़ी नाराजगी जाहिर की है. राजेंद्र शुक्ला ने बताया कि एक आईएएस का इस तरह का बयान सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ने वाला है.
‘विशेष समुदाय पर ऐसी टिप्पणी स्वीकार्य नहीं’
एमपी के डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला ने फेसबुक पर की पोस्ट में लिखा, ‘एक आईएएस अधिकारी द्वारा बहन एवं बेटियों को लेकर की गई टिप्पणी अत्यंत आपत्तिजनक, असंवेदनशील और समाज में अनावश्यक विभाजन पैदा करने वाली है. किसी भी समाज के बहन एवं बेटियों के विरुद्ध ऐसी टिप्पणी विकृत मानसिकता का परिलक्षण है. एक उच्च पद पर बैठे अधिकारी से ऐसे विचार न केवल सामाजिक सौहार्द को ठेस पहुंचाते हैं बल्कि प्रशासनिक गरिमा पर भी प्रश्न उठाते हैं.
सरकार की स्पष्ट मान्यता है कि किसी भी जिम्मेदार पद पर बैठे अधिकारी द्वारा मातृशक्ति के विरुद्ध ऐसी टिप्पणी करना सामाजिक समरसता और संवैधानिक मर्यादा दोनों के विरुद्ध है. इस प्रकार की सोच भारतीय संस्कृति और हमारी परंपराओं का भी अपमान करती है. सभी वर्गों का सम्मान हमारी परंपरा का मूल है और किसी भी समुदाय विशेष को लक्षित कर की गई टिप्पणी स्वीकार नहीं की जा सकती. इसी आधार पर सरकार द्वारा उनसे बयान पर स्पष्टीकरण मांगा गया है जो संतुष्टि प्रदायक न होने पर आवश्यक कार्रवाई भी की जाएगी.

सरकार ने कारण बताओ नोटिस जारी किया
आईएएस संतोष वर्मा द्वारा ब्राह्मण समाज पर की गई विवादित टिप्पणी के बाद मध्य प्रदेश सरकार ने उन्हें कारण बताओ नोटिस देकर जवाब मांगा है. उन्हें सात दिनों के भीतर जबाव देना होगा. इसके साथ ही नोटिस में लिखा है कि समय पर उत्तर ना मिलने पर अखिल भारतीय सेवाएं (अनुशासन तथा अपील) नियम 1969 के तहत कार्रवाई की जाएगी.
वहीं दूसरी ओर आईएएस के बयान के बाद ब्राह्मण समाज में काफी गुस्सा है. ब्राह्मण समाज लगातार आईएएस संतोष वर्मा पर कार्रवाई की मांग कर रहा है.
IAS ने क्या कहा था?
अजाक्स का प्रांतीय अधिवेशन रविवार (23 नवंबर) को आयोजित किया गया था. इस अधिवेशन को संबोधित करते हुए IAS अफसर संतोष वर्मा ने कहा था कि जब तक मेरे बेटे को कोई ब्राह्मण अपनी बेटी दान ना कर दे या उसके साथ संबंध ना बना दे, तब तक आरक्षण मिलना चाहिए.
हालांकि विवाद बढ़ने के बाद आईएएस संतोष वर्मा ने माफी मांगी थी. इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि उनके बयान को तोड़ मरोड़कर पेश किया गया.
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