RJD की हार को लेकर समीक्षा बैठक में बवाल! हारे प्रत्याशियों ने तेजस्वी की कोर टीम को घेरा, लगाए गंभीर आरोप

Tejashwi Yadav: बिहार विधानसभा चुनाव में हार के बाद आरजेडी की समीक्षा बैठक पर हारे प्रत्याशियों ने कोर टीम की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं.
RJD review meeting chaos candidates question Tejashwi Yadav core team

तेजस्वी यादव (फाइल फोटो)

RJD Review Meeting: बिहार विधानसभा चुनाव में इस बार एनडीए को प्रचंड बहुमत मिला तो वहीं महागठबंठन को करारी हार का सामना करना पड़ा. महागठबंधन की अगुआई कर रही राष्ट्रीय जनता दल (RJD) को तो इस बार करारा झटका लगा है. RJD के लिए यह परिणाम पिछले कई चुनावों की अपेक्षा बिल्कुल भी अच्छा नहीं था. हार के बाद आरजेडी चुनाव परिणाम की समीक्षा में जुट गई है. समीक्षा बैठक पर आरजेडी के हारे प्रत्याशियों ने कोर टीम की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं. इसके साथ ही महागठबंधन में शामिल दलों को भी घेरा है.

विधानसभा चुनाव में हार के बाद बुधवार को तेजस्वी यादव की अगुआई में समीक्षा बैठक बुलाई गई थी. जिसमें तेजस्वी यादव भी शामिल हुए थे. इस दौरान आरजेडी के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले हारे उम्मीदवारों ने खुलकर अन्य सहयोगी दलों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि महागठबंधन के सहयोगी दलों (कांग्रेस, वीआईपी, लेफ्ट, आईआईपी) से जितना सहयोग मिलना चाहिए, उतना सहयोग नहीं मिला. इसके अलावा तेजस्वी यादव की कोर टीम पर भी सवाल उठाए.

9 दिनों तक चलेगी समीक्षा बैठक

हारे प्रत्याशियों ने पार्टी की हार का सबसे बड़ा कारण सामंजस्य की कमी बताया है. आज शुक्रवार, 28 नवंबर को भी सारण प्रमंडल की सीटों पर लोकर फिर से समीक्षा बैठक होनी है. जानकारी के अनुसार आरजेडी हार को लेकर 9 दिनों तक समीक्षा बैठक करेगी. जिसमें सभी सीटों की हार का कारण पता लगाया जाएगा. ताकि आगे से इन सभी पहलुओं पर काम किया जा सके. इससे एक दिन पहले ही यानी 27 नवंबर को दिल्ली में कांग्रेस पार्टी ने भी बिहार विधानसभा चुनाव में हार की समीक्षा बैठक की थी.

ये भी पढ़ेंः कौन हैं Youtuber शादाब जकाती, जिन्हें पुलिस ने किया गिरफ्तार, अश्लीलता फैलाने का है आरोप

कांग्रेस की बैठक में भी हुआ था बवाल

कांग्रेस की समीक्षा बैठक में भी काफी बवाल देखने को मिला. इस दौरान वैशाली से उम्मीदवार रहे इंजीनियर संजीव और पूर्णिया प्रत्याशी जितेंद्र यादव आपस में ही भिड़ गए. दोनों के बीच बहस इतनी बढ़ी की गोली मारने तक की धमकी दे दी गई. जहां एक ओर संजीव ने टिकट बंटवारे को लेकर सवाल उठाया, तो वहीं जितेंद्र ने आपत्ति जताते हुए कहा कि पुराने नेता भी कभी नए थे. हालांकि, विवाद के बाद संजीव ने सफाई देते हुए कहा कि वीडियो को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया.

ज़रूर पढ़ें