VIT यूनिवर्सिटी के पानी में मिला ई कोलाई, चार सैंपल फेल, जानिए कितना खतरनाक है ये बैक्टीरिया

MP News: VIT यूनिवर्सिटी के छात्र-छात्राएं कई महीनों से दूषित पानी और खाने को लेकर विश्वविद्यालय प्रबंधन को शिकायत कर रहे थे. प्रबंधन ने इन शिकायतों की अनदेखी की. छात्रों का आरोप है कि इसी वजह से एक छात्रा की मौत हो गई और 30 से ज्यादा छात्र पीलिया से पीड़ित हुए
E. coli bacteria found in VIT University water find out how dangerous it is

वीआईटी यूनिवर्सिटी, सीहोर

MP News: मध्य प्रदेश के सीहोर में स्थित VIT यूनिवर्सिटी में दूषित खाना और पानी को लेकर जमकर हंगामा हुआ. छात्रों ने विश्वविद्यालय परिसर में प्रदर्शन किया. अब इस मामले में चौंकाने वाली बात सामने आई है. पानी की जांच की गई तो बता चला कि इसमें खतरनाक ई कोलाई (E Coli) बैक्टीरिया है.

18 में से चार सैंपल हुए फेल

लोक स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग (PHE) ने वीआईटी यूनिवर्सिटी कैंपस के पानी के 18 सैंपल लिए थे. इनमें से चार सैंपल फेल हो गए. नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक परिसर में मौजूद ट्यूबवेल, ग्राउंड टैंक और आरओ सिस्टम में ये ई कोलाई बैक्टीरिया मिला. ये कई गंभीर बीमारियों को जन्म देता है.

कितना खतरनाक है ई कोलाई बैक्टीरिया?

ई कोलाई बैक्टीरिया या ई कोली बैक्टीरिया मानव स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक है. ये बिना नुकसान पहुंचाए आंत में रह सकता है. इस बैक्टीरिया के कारण कई गंभीर बीमारी हो सकती हैं. इसकी वजह से आंत, मूत्र अंग और शरीर के अन्य अंगों में संक्रमण हो सकता है. ई कोलाई के संक्रमण के कई लक्षण हैं, जिनमें डायरिया, बुखार, कमजोरी, चक्कर आना, उल्टी आना और पेट में दर्द शामिल है. इसके अलावा प्रोस्टेटाइटिस, कोलेसिस्टिटिस, निमोनिया और मेनिनजाइटिस जैसे गंभीर रोग हो सकते हैं.

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एक छात्रा की मौत, 30 से ज्यादा बीमार

VIT यूनिवर्सिटी के छात्र-छात्राएं कई महीनों से दूषित पानी और खाने को लेकर विश्वविद्यालय प्रबंधन को शिकायत कर रहे थे. प्रबंधन ने इन शिकायतों की अनदेखी की. छात्रों का आरोप है कि इसी वजह से एक छात्रा की मौत हो गई और 30 से ज्यादा छात्र पीलिया से पीड़ित हुए. जब छात्रों ने प्रदर्शन किया तो हॉस्टल वॉर्डन प्रशांत पांडेय ने गार्डों के साथ मिलकर स्टूडेंट्स की पिटाई की.

भारी बवाल के बाद पहले यूनिवर्सिटी में 30 नवंबर तक अवकाश घोषित किया गया, जिसे बढ़ाकर अब 8 दिसंबर कर दिया गया है. मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री कृष्णा गौर ने विश्वविद्यालय का दौरा किया और वहां मौजूद छात्रों से बात की. यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट को हिदायत दी छात्र-छात्राओं की बात शिकायतों को गंभीरता से लें.

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