‘संचार साथी’ जासूसी या कॉल मॉनिटरिंग…? विपक्ष के Pegasus वाले आरोपों पर सरकार ने दिया जवाब
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (फाइल फोटो)
Sanchar Sathi App Controversy: दूरसंचार विभाग (DoT) ने सभी स्मार्टफोन पर ‘संचार साथी’ एप प्री-इंस्टॉल करने के निर्देश जारी किए हैं. जिसको लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर है. विपक्ष ने जहां संचार साथी एप को Pegasus बताया है. वहीं, केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इसके फायदे गिनाए हैं.
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने विपक्ष के आरोपों को लेकर कहा, “मैं सभी गलतफहमियों को दूर करना चाहता हूं. अगर आपको संचार साथी नहीं चाहिए, तो आप इसे हटा सकते हैं. यह वैकल्पिक है. यह ग्राहक सुरक्षा के बारे में है. इस ऐप को सभी तक पहुंचाना हमारा कर्तव्य है. इसे अपने डिवाइस में रखना या न रखना, यह उपयोगकर्ता पर निर्भर करता है.”
#WATCH | Delhi | On the debate around Sanchar Saathi app, Union Minister for Communications Jyotiraditya Scindia says, "When the opposition has no issues, and they are trying to find some, we cannot help them. Our duty is to help the consumers and ensure their safety. The Sanchar… https://t.co/Kr3juNrGFq pic.twitter.com/npwm9R1Kf2
— ANI (@ANI) December 2, 2025
विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं
उन्होंने आगे कहा, “जब विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है और वे कुछ खोजने की कोशिश कर रहे हैं, तो हम उनकी मदद नहीं कर सकते. हमारा कर्तव्य उपभोक्ताओं की मदद करना और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना है. संचार साथी ऐप हर उपभोक्ता को उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने में सक्षम बनाता है. संचार साथी पोर्टल के 20 करोड़ से ज्यादा डाउनलोड हैं और ऐप के 1.5 करोड़ से ज्यादा डाउनलोड हैं.”
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जासूसी या कॉल मॉनिटरिंग नहीं करता
सिंधिया ने बताया, “संचार साथी ने लगभग 1.75 करोड़ धोखाधड़ी वाले मोबाइल कनेक्शनों को डिस्कनेक्ट करने में सक्षम बनाया है. लगभग 20 लाख चोरी हुए फोन का पता लगाया गया है और लगभग 7.5 लाख चोरी हुए फोन उनके मालिकों को सौंप दिए गए हैं, ये सब संचार साथी की वजह से है. यह ऐप जासूसी या कॉल मॉनिटरिंग को सक्षम नहीं करता है. आप इसे अपनी इच्छानुसार सक्रिय या निष्क्रिय कर सकते हैं.”