MP News: ‘महाकाल की नगरी काल गणना का केंद्र’, विपक्ष पर बरसे PM Modi, बोले- कांग्रेस ने हमारी ताकत को किया बर्बाद

MP News: PM Modi ने कहा, 'कुछ साल पहले हमारे घर विदेशी खिलौनों से भरे थे. आज विदेशों से खिलौनों का आयात बहुत कम हो गया है.'
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

PM Modi: गुरुवार, 29 फरवरी, को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्य प्रदेश को लगभग 17,000 करोड़ की परियोजनाओं की कई बड़ी सौगात दी. पीएम मोदी ने सिंचाई, बिजली, सड़क, रेल, जल आपूर्ति, कोयला और उद्योग सहित कई क्षेत्रों से जुड़ी परियोजनाओं का उद्घाटन किया और आधारशिला रखी. इस दौरान पीएम मोदी ने विक्रमादित्य वैदिक घड़ी का भी लोकार्पण किया जो भारत ही नहीं बल्कि विश्व में अपनी तरह की पहली घड़ी है. उन्होंने लोगों तक सरकारी सेवाओं की डिलीवरी में सुधार की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए मध्य प्रदेश में साइबर तहसील परियोजना शुरूआत भी की.भोपाल के लाल परेड मैदान में पीएम मोदी की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए की गई रैली में बड़ी संख्या में भीड़ जुटी.

डिंडोरी हादसे पर PM Modi ने व्यक्त किया दुख

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में डिंडोरी सड़क हादसे पर दुख व्यक्त किया. विक्रमोत्सव की बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘कल से ही मध्य प्रदेश में 9 दिन का विक्रमोत्सव शुरू होने वाला है. यह हमारी गौरवशाली विरासत और विकास का उत्सव है. हमारी सरकार विरासत और विकास को कैसे एक साथ लेकर चलती है, इसका उदाहरण उज्जैन में लगी वैदिक घड़ी भी है.’पहले की सरकार पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि बाबा महाकाल की नगरी कभी पूरी दुनिया के लिए काल गणना का केंद्र थी, लेकिन उस महत्व को भुला दिया गया था. अब हमने विश्व की पहली विक्रमादित्य वैदिक घड़ी फिर से स्थापित की.

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विदेशों से खिलौनों का आयात कम- PM Modi

पीएम ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा भाजपा सरकार और कांग्रेस सरकार के बीच का क्या अंतर होता है, इसका उदाहरण सिंचाई योजना भी है. 2014 से पहले के 10 वर्षों में देश के करीब 40 लाख हेक्टेयर भूमि को सूक्ष्म सिंचाई के दायरे में लाया गया था, लेकिन बीते 10 वर्षों में इसका दोगुना करीब 90 लाख हेक्टेयर खेती को सूक्ष्म खेती से जोड़ा गया है. प्रधानमंत्री ने आगे कहा, ‘कांग्रेस की सरकारों ने मैन्युफेक्चरिंग की हमारी पारंपरिक ताकत को भी बर्बाद कर दिया. कुछ साल पहले तक हमारे बाजार और हमारे घर विदेशी खिलौनों से भरे थे. आज विदेशों से खिलौनों का आयात बहुत कम हो गया है.’

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