उमंग सिंघार ने SIR प्रक्रिया पर उठाए सवाल, बोले- चुनाव आयोग के पास सर्वर नहीं, किस एजेंसी के पास जाएगा डेटा
उमंग सिंघार, नेता प्रतिपक्ष
Umang Singhar On SIR: मध्य प्रदेश में विशेष का विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision) के पहले चरण का कार्य पूरा हो चुका है. चुनाव आयोग मंगलवार को प्रारंभिक मतदाता सूची जारी करेगा. इस प्रक्रिया को लेकर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि लाखों नाम काटे जा रहे हैं वो लोग न घुसपैठिए हैं, न विदेशी, बल्कि मध्य प्रदेश के वास्तविक नागरिक हैं. यह किसी पार्टी का नहीं, जनता के मताधिकार का सवाल है. कांग्रेस मजबूती से जनता के अधिकारों के साथ खड़ी है.
चुनाव आयोग पर साधा निशाना
सोशल मीडिया साइट एक्स पर वीडियो पोस्ट करके नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि मैंने महीने भर पहले इस मामले में प्रेस कॉन्फ्रेंस भोपाल में की थी. उसमें कहा था कि 25 से 50 लाख वोट मध्य प्रदेश में कटेंगे. वहीं आंकड़ा चुनाव आयोग देने वाला है. जो साल 2003 की मतदाता सूची में थे वहीं लोग इस सूची में भी रहेंगे. कई लोगों ने अपने घर छोड़ दिए, कई किरायेदार नए घरों में शिफ्ट हो गए, कई लोग कागजों के प्रमाण नहीं दे पाए.
SIR के नाम पर लोकतंत्र से खिलवाड़ किया जा रहा है। चुनाव आयोग फोटोयुक्त मतदाता सूची सार्वजनिक क्यों नहीं कर रहा?
— Umang Singhar (@UmangSinghar) December 22, 2025
लाखों नाम काटे जा रहे हैं वो लोग न घुसपैठिए हैं, न विदेशी, बल्कि मध्यप्रदेश के वास्तविक नागरिक हैं। यह किसी पार्टी का नहीं, जनता के मताधिकार का सवाल है। कांग्रेस… pic.twitter.com/1wvcdnAvXN
उन्होंने आगे कहा कि चुनाव आयोग ने देश में रहने के लिए लोगों से प्रमाण पत्र मांगा. आधार कार्ड बना हुआ था, जिससे आप आइडेंटिफाइ कर सकते थे कि ये व्यक्ति यहां का निवासी है. इस क्षेत्र या बूथ का निवासी है. चुनाव आयोग ने आधार कार्ड को सूची में तो रखा लेकिन उसके आधार पर उसका पुनरीक्षण नहीं किया.
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किन एजेंसियों के पास जाएगा डेटा- सिंघार
चुनाव आयोग से सवाल करते हुए उमंग सिंघार ने कहा कि डेटा का ड्राफ्ट चुनाव आयोग किसको देगा. क्या चुनाव आयोग के पास इतने संसाधन हैं कि वह खुद ही अपने सर्वर पर काम कर ले. मुझे लगता है कि चुनाव आयोग के पास सर्वर भी नहीं है. बगैर सर्वर के डेटा किन एजेंसियों के पास जाएगा. किस प्रकार से गड़बड़ी होगी जो कि होगी. नाम जोड़ने और घटने की बात हो रही है. उन्होंने आगे कहा कि बात घुसपैठियों की हो रही थी. कहां से विदेशी घुसपैठिए आ गए, बांग्लादेश, पाकिस्तान से आ गए.