मध्य प्रदेश में ई-विधानसभा कार्यवाही से पहले विधायकों की ट्रेनिंग, 230 में से 75 MLA ही पहुंचे

पेपरलेस विधानसभा की कार्यवाही से सदन में कागज के भारी बंडल से मुक्ति मिल जाएगी. इसके अलावा प्रश्न और प्रस्ताव अब जल्दी और आसानी से भेजे जा सकेंगे.
MLAs take training on e-proceedings of Madhya Pradesh Legislative Assembly

मध्य प्रदेश विधानसभी की ई-कार्यवाही की ट्रेनिंग लेते विधायक

MP Paperless Assembly Session: मध्य प्रदेश में विधानसभा की कार्यवाही अब कागजी छोड़कर आनलाइन होने जा रही है. देश के अन्य राज्यों की तरह की मध्य प्रदेश में भी ई विधानसभा कार्यवाही होने वाली है. पेपरलेस कार्यवाही से पहले सभी विधायकों को ट्रेनिंग देने के लिए बुलाया गया. खास बात है ये हा कि प्रदेश में 230 विधायक हैं, लेकिन ट्रेनिंग में सिर्फ 75 विधायक शामिल हुए.

अगली बार पूरी तैयारी के साथ प्रजेंटेशन देंगे

संसदीय कार्य मंत्रालय से आए अधिकारियों ने विधायकों को ट्रेनिंग के दौरान विधानसभा के ऐप और उसकी जानकारी दी. बीजेपी और कांग्रेस के विधायकों ने कुछ सुझाव के साथ सवाल भी किए. इस दौरान कांग्रेस विधायकों ने आपत्ति जताई. उन्होंने बोले कि आधी अधूरी तैयारियों के साथ ट्रेनिंग दी जा रही है. हालांकि विधायकों के सवालों से अफसर भी जवाब नहीं दे पाए. विधायकों ने कहा कि अगली बार पूरी तैयारी के साथ अफसर प्रजेंटेशन के लिए आए.

पेपरलेस विधानसभा के क्या होंगे फायदे?

पेपरलेस विधानसभा की कार्यवाही से सदन में कागज के भारी बंडल से मुक्ति मिल जाएगी. इसके अलावा प्रश्न और प्रस्ताव अब जल्दी और आसानी से भेजे जा सकेंगे. पुराने सवाल, जवाब और दस्तावेज का एक क्लिक पर जवाब मिलेंगे. इससे मतदान और उपस्थिति में आसानी से होगी. इससे कागज की बचत के साथ ही पर्यावरण संरक्षण होगा.

इसके अलावा विधानसभा सचिवालय के कामकामज में तेजी और सटीकता आएगी. इससे कर्मचारियों का समय और मेहनत बचेगी. विधानसभा की कार्यवाही में पारदर्शिता होने से आम जतना को फायदा होगा.

‘ऑनलाइन प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानकारी दी’

भाजपा विधायक प्रियंका मीणा का कहना है कि यह सीखने की बात है. हमें सीखना भी चाहिए, हम सभी इसका इस्तेमाल करेंगे. नेवा एप्लीकेशन के माध्यम से विधानसभा ऑनलाइन होने जा रही है. इसी के बारे में प्रशिक्षण रखा गया है बहुत ही विस्तार से विधानसभा की गतिविधियों का संचालन ऑनलाइन होगा. इसके बारे में जानकारी दी गई है कि कैसे आंसर और सवाल लगाया जाएगा. वोटिंग की प्रक्रिया को भी समझाया गया है. डिजिटल के युग में हम सबकी कोशिश है कि ऑनलाइन काम होना चाहिए. मध्य प्रदेश के साथ-साथ 37 विधानसभाओं में डिजिटल विधानसभा किया जा रहा है. भाजपा विधायक उमाशंकर भार्गव का कहना है कि अध्यक्ष को धन्यवाद देता हूं कि इस प्रक्रिया को शुरू किया जा रहा है साथ में कुछ सुझाव भी दिए गए हैं नई-नई तकनीक विधानसभा में जनता तक बात पहुंचनी चाहिए सदन की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए भी टैबलेट लगाए जा रहे हैं यह सब के लिए लाभकारी होगा.

कांग्रेस विधायक बोले- अधिकारियों की तैयारी अधूरी

कांग्रेस विधायक मधु भगत ने कहा कि हम जो आवाज उठाते हैं उसको जनता तक पहुंचना चाहिए. इसके बारे में हमने खास तौर पर बताया है कि सदन की कार्यवाही जनता तक पहुंचे. कांग्रेस विधायक पंकज उपाध्याय का कहना है कि आधी-अधूरी की तैयारी के साथ अधिकारी आए थे, हमने कई सुझाव दिए हैं.

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