MP News: इंदौर में दूषित पानी पीने से 6 महीने के बच्चे ने भी तोड़ा दम, अब तक 9 लोगों की मौत

बच्चे की मां ने बताया कि ब्रेस्ट फीडिंग से बच्चे को प्रयाप्त दूध नहीं मिल पा रहा था, इसलिए बाहर के गाढ़े दूध में पानी मिलाकर बच्चे का पिलाया जाता था. मां का कहना है कि लंबे समय से गंदा पानी आ रहा था.
The mother is in a bad condition, crying after the death of her child.

बच्चे की मौत के बाद मां का रो-रोकर बुरा हाल है.

MP News: मध्य प्रदेश के इंदौर के भागीरथपुरा इलाके में दूषित पानी पीने से हुई मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. दूषित पानी पीने से 6 महीने की बच्चे की भी मौत का मामला सामने आया है. अब तक 9 लोगों की मौत हो चुकी है. परिजनों ने बच्ची को उल्टी-दस्त आने की शिकायत की थी. परिजनों ने बताया कि काफी मन्नतों के बाद दूसरी संतान ने 10 साल बाद जन्म लिया था.

10 साल की बेटी के भी पेट में दर्द

पूरा मामला नई बस्ती के मराठी मोहल्ले का है. बच्चे की मां साधना साहू ने बताया कि वे बच्चों को दूध में अक्सर पानी मिलाकर देती थीं. मां ने बताया कि ब्रेस्ट फीडिंग से बच्चे को प्रयाप्त दूध नहीं मिल पा रहा था, इसलिए बाहर के गाढ़े दूध में पानी मिलाकर बच्चे का पिलाया जाता था. मां का कहना है कि लंबे समय से गंदा पानी आ रहा था. 6 महीने के बच्चे को उल्टी-दस्त की शिकायत थी. वहीं 10 की बेटी के भी पेट में दर्द हो रहा है.

साधना साहू ने रोते हुए कहा कि मेरा बच्चा तो चला गया, लेकिन ना जाने अब कितने बच्चों की जान जाएगी.

27 अस्पतालों में 149 मरीजों का चल रहा इलाज

इंदौर के भागीरथपुरा इलाके में दूषित पानी पीने से अब तक 9 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि 27 अस्पतालों में 149 मरीजों का इलाज चल रहा है. इंदौर के अस्पताल मरीजों से भर गए हैं. दूषित पानी पीने से मौत के मामले में नगर निगम की बड़ी लापवाही सामने आई है.

इंदर के भागीरथपुरा इलाके में 8 अगस्त को नर्मदा पाइपलाइन बदलने का टेंडर हुआ था. टेंडर खरीदने की आखिरी 15 सितंबर शाम 6 बजे की थी, जबकि टेंडर 17 सितंबर को 12 बजे खोला जाना था. लेकिन अधिकारियों ने टेंडर खोलन में 100 से ज्यादा दिन लगा दिए. पाइपलाइन बदलने का टेंडर 29 सितंबर शाम साढ़े 4 बजे खोला गया. अगर पाइपलाइन बदल जाती तो शायद इतनी मौतें ना होतीं और ना ही इतने लोग बीमार होते. 

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