MP News: नकली पुलिस बनकर ले रहा था रिश्वत, रंगे हाथों असली पुलिस ने दबोचा

fake police case: पुलिस वालों के धमकाने से घबराकर पीड़ित नें 3000 रुपए ठगों को ऑनलाइन ट्रांसफर भी कर दिया.
SANYOG GUPTA IMAGE

आरोपी संयोग गुप्ता

इंदौर: नकली पुलिस (fake police) बनकर ठगी करने का एक अनोखा मामला सामने आया है. दो ठगों ने एक युवक से रुपये लूट लिए और फरार हो गए. पूरा मामला इंदौर का है. यहां तुकोगंज थाना क्षेत्र के पंचम के फेल में रहने वाले एक युवक से नकली पुलिस बनकर रिश्वत लेने वाले एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया हैं, जबकि उसके एक अन्य साथी की तलाश की जा रही है.

खुद को बता रहे थे पुलिसकर्मी

दरअसल बैतूल के रहने वाले सहयोग गुप्ता और देपालपुर के रहने वाले मनोज परमार पंचम की फेल के रहने वाले संजू पानौला के घर पहुंचे. दोनों ने खुद को पुलिसकर्मी बताकर उससे कहा कि तुमने यशिका से झूठ बोल कर शादी की है. उसकी पत्नी के विरुद्ध ससुराल वाले ने प्रकरण दर्ज करवाया है, इस वजह से तुम्हे थाने चलना होगा. जिसके बाद उन्हें पुलिसकर्मी समझ कर संजू पानौला उनके साथ चला गया जिसे दोनों लेकर महिला थाने पहुंचे.

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बांकी बचे पैसे को लेने के चक्कर में फंसे ठग

महिला थाने के बाहर आरोपियों ने संजू पानौला से कहा यदि वह थाने के अंदर नहीं जाना चाहता तो 20 हजार रुपए दे दे, उसे बाहर के बाहर ही छोड़ देंगे. पुलिस वालों के धमकाने से घबराकर संजू नें 3000 रुपए ठगों को ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिया, जबकि अपनी बहनों से 7000 हजार रुपए लेकर बदमाशों को दे दिए, बाकी 10000 कल रात देना तय हुआ था. बीती रात उन्हें रुपए देने पहुंचे संजू पानौला को दोनों पर शक हुआ और उनसे उसने पूछताछ की तो दोनों आरोपी सकपका गए. इसके बाद लोगों की मदद से संजू पानौला ने संयोग गुप्ता को पड़कर तुकोगंज पुलिस के हवाले कर दिया, पुलिस संयोग गुप्ता से उसके साथी मनोज परमार के बारे में पूछताछ कर रही है. फरार मनोज परमार एपीजे अब्दुल कलाम यूनिवर्सिटी का फैकल्टी है.

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