Mahadev Betting App Case: लोकसभा चुनाव के पहले पूर्व CM भूपेश बघेल की बढ़ी मुश्किलें, महादेव एप सट्टेबाजी मामले में EOW ने दर्ज की FIR

Mahadev Betting App Case: एफआईआर में भूपेश बघेल के अलावा महादेव ऐप के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल समेत 19 अन्य लोगों का नाम भी शामिल है. 
Chhattisgarh News

पूर्व सीएम भूपेश बघेल(फाइल फोटो)

Mahadev Betting App Case: छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को महादेव ऑनलाइन सट्टा एप्प मामले में बड़ा झटका लगा है. पूर्व सीएम भूपेश बघेल पर महादेव सट्टेबाजी एप्प घोटाले मामले में FIR दर्ज हो गई है. भूपेश बघेल पर EOW में FIR दर्ज हुई है. इस मामले में छत्तीसगढ़ पुलिस के द्वारा बघेल को आरोपी के रूप में नामित कर मामला दर्ज किया गया है. वहीं लोकसभा चुनाव से पहले ये मामला पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मुश्किलें बढ़ा सकती है.

भूपेश बघेल समेत 19 लोगों पर FIR दर्ज

पूर्व सीएम भूपेश बघेल पर हुए FIR में आईपीसी के तहत धोखाधड़ी, आपराधिक साजिश, विश्वासघात और जालसाजी से संबंधित विभिन्न धाराओं और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 और 11 के तहत आरोप लगाया गया हैं. इसके अलावा FIR में बनाए गए आरपियों पर 120 बी, 34, 406, 420, 467, 468, 471 की धाराएं लगाई गई है. वहीं इस एफआईआर में भूपेश बघेल के अलावा महादेव ऐप के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल समेत 19 अन्य लोगों का नाम भी शामिल है.

इन लोगों के खिलाफ FIR दर्ज

रवि उप्पल, शुभम सोनी, चंद्रभूषण वर्मा, असिमदास, सतीश चंद्राकार, भूपेश बघेल, नीतीश दीवान, सौरभ चंद्राकार, अनिल कुमार अग्रवाल, विकास छापरिया, रोहित गुलाटी, विशाल आहूजा, धीरज आहूजा, अनिल कुमार दम्मानी, सुनील कुमार दम्मानी, भीम सिंह यादव, हरिशंकर तिबरवाल, सुरेंद्र बागड़ी और सूरज चोखानी का नाम FIR में दर्ज है. इसके अलावा FIR में पुलिस अधिकारी और और कुछ अज्ञात व्यक्तियों का नाम शामिल नहीं है.

महादेव एप्प को फायदा पहुंचने का आरोप

बता दें कि, इसी साल 8 और 30 जनवरी को प्रवर्तन निदेशालय के द्वारा राज्य पुलिस को दो रिपोर्ट भेजे जाने के बाद बघेल के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया था. ED की रिपोर्ट में कहा गया है कि धन संरक्षण के बदले महादेव एप्प की अवैध गतिविधियों को अनुमति देने के लिए राज्य सरकार के शीर्ष स्तर के पदाधिकारियों की संलिप्तता सामने आया है. पिछले साल नवंबर में वित्तीय अपराध जांच एजेंसी ने आरोप लगाया था कि चंद्राकर और उप्पल ने बघेल को ₹508 करोड़ की रिश्वत दी थी. वर्तमान में दोनों संयुक्त अरब अमीरात की देखरेख में हिरासत में हैं. भारतीय विदेश मंत्रालय के माध्यम से आरोपियों के प्रत्यर्पण के लिए अनुरोध पहले ही संयुक्त अरब अमीरात को भेजा जा चुका है.

FIR में वरिष्ठ पुलिस या प्रशासनिक अधिकारी का नाम नहीं

महादेव एप्प मामले में EOW में दर्ज हुए FIR में सबसे महत्वपूर्वण बात यह है कि किसी भी वरिष्ठ पुलिस या प्रशासनिक अधिकारी का नाम एफआईआर में नहीं है. जानकारी के मुताबिक, छत्तीसगढ़ पुलिस के एफआईआर के आधार पर प्रवर्तन निर्देशालय एक नया मनी लॉन्ड्रिंग मामला भूपेश बघेल के नाम पर दर्ज कर सकता है. इसके बाद भूपेश बघेल की मुश्किलें और बढ़ सकती है.

चुनाव से पहले राजनीति गरमा सकती है

बात दें कि कांग्रेस ने भूपेश बघेल को राजनांदगांव से लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार बनाया है, पूर्व सीएम लगातार राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र में प्रचार-प्रसार करने में जुटे हुए हैं. इस दौरान वे काफी आक्रामक भी दिखाई दे रहे हैं. लेकिन इसी बीच भूपेश बघेल पर FIR दर्ज होना चुनाव से पहले उनके लिए परेशानी बढ़ा सकती है. भाजपा पिछले विधानसभा चुनाव में महादेव एप्प मामले को जोरों-शोरों से उठाया था, चुनाव के दौरान लोगों में इस घोटाले को लेकर काफी नाराजगी भी दिखी थी. चुनाव से पहले भूपेश बघेल पर FIR दर्ज होने से आने वाले समय में प्रदेश की सियासत गरमा सकती है.

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