Lok Sabha Election 2024: CEC सदस्यों ने की अमेठी-रायबरेली से राहुल-प्रियंका के चुनाव लड़ने की अपील, खड़गे पर छोड़ा गया अंतिम फैसला
Lok Sabha Election 2024: देश में लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति मंथन की बैठक हुई. शनिवार को हुई इस बैठक में बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश की दो हाई-प्रोफाइल सीट अमेठी और रायबरेली पर कांग्रेस प्रत्याशियों के नाम को लेकर चर्चा की गई. बता दें कि दोनों ही सीटों पर कांग्रेस ने अभी तक अपने प्रत्याशियों के नामों का ऐलान नहीं किया है. दोनों ही सीटों पर 26 अप्रैल से नामांकन शुरू हो चुके हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कांग्रेस CEC की बैठक में CEC सदस्यों और यूपी प्रभारी की ओर से अमेठी-रायबरेली से राहुल गांधी-प्रियंका गांधी से चुनाव लड़ने की अपील की गई. इस आखिरी फैसला कांग्रेस अध्यक्ष पर छोड़ा गया है.
लेट शुरू हुई केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक
शनिवार की रात 8 बजे शुरू होने वाली बैठक थोड़ी देरी से शुरू हुई. दरअसल, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे कर्नाटक से दिल्ली आ रहे थे, इस बीच उनकी फ्लाइट थोड़ी लेट हो गई. वहीं बैठक में माना जा रहा है कि यूपी की इन दोनों ही सीटों पर भाई-बहन चुनाव लड़ सकते हैं. बता दें कि CEC बैठक में सोनिया गांधी, कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल, प्रताप सिंह बाजवा और अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग शामिल हुए.
अमेठी और रायबरेली को लेकर CEC का मंथन जारी
दरअसल, दूसरे चरण के तहत केरल की सीट पर भी मतदान संपन्न हो गया है. ऐसे में राहुल गांधी(Rahul Gandhi) की सीट पर मतदान होने के तुरंत बाद शनिवार को होने वाली इस बैठक के कई मायने निकाले जा रहे हैं. वहीं दोनों ही सीटों पर गुरुवार, 26 अप्रैल से नामांकन भी शुरू हो चुके हैं. ऐसे में कहा जा रहा है कि दोनों ही सीटों पर रायबरेली से प्रियंका गांधी और अमेठी से राहुल गांधी के चुनाव लड़ने पर फैसला किया जाएगा.
रायबरेली और अमेठी में कार्यकर्ता बना रहे हैं दबाव
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक यूपी कांग्रेस की चुनाव समिति ने अमेठी से राहुल गांधी और रायबरेली से प्रियंका गांधी का नाम प्रस्तावित किया है. दोनों नाम प्रस्तावित कर कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति को भेज दिया गया है. वहीं रायबरेली(Rae Bareli) में प्रियंका गांधी की टीम भी सक्रिय हो गई है. साथ ही रायबरेली और अमेठी में भाई-बहन पर चुनाव लड़ने के लिए पार्टी कार्यकर्ता भारी दबाव बना रहे हैं. यूपी समेत पूरे देश में यह चुनाव कांग्रेस के अस्तित्व की लड़ाई बन गया है.