“ऐसा सांसद क्यों चुनना जो विमान से आता है, फाइव स्टार में ठहरता है”, इस बार ‘खामोश’ नहीं है आसनसोल की जनता

इस बार आसनसोल की जनता खामोश नहीं हैं. वो उम्मीदवारों से सवाल पूछ रही है. कामों का हिसाब मांग रही है. 2021 में शत्रुघ्न सिन्हा ने लोकसभा उपचुनाव में इस सीट से जीत दर्ज की.
Lok Sabha Election 2024

शत्रुघ्न सिन्हा

Lok Sabha Election 2024: आगामी लोकसभा चुनाव 2024 में आसनसोल लोकसभा सीट से इस बार दिलचस्प मुकाबला देखने को मिलेगा. तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने आगामी लोकसभा चुनाव में आसनसोल सीट से बॉलीवुड और राजनीति की जानी-मानी हस्ती शत्रुघ्न सिन्हा को अपना उम्मीदवार चुना है. वहीं भारतीय जनता पार्टी के एसएस अहलूवालिया और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के वेलिचाला राजेंद्र राव भी चुनाव मैदान में ताल ठोक रहे हैं. राज्य में 42 लोकसभा क्षेत्र हैं. पश्चिम बंगाल में सभी सात चरणों में मतदान होना है. वोटों की गिनती 4 जून को होगी.

उम्मीदवारों से सवाल पूछ रही है जनता

लेकिन इस बार आसनसोल की जनता खामोश नहीं हैं. वो उम्मीदवारों से सवाल पूछ रही है. कामों का हिसाब मांग रही है. 2021 में शत्रुघ्न सिन्हा ने लोकसभा उपचुनाव में इस सीट से जीत दर्ज की. इस बार फिर तृणमूल के प्रत्याशी हैं. उन्हें उस जनता का सामना करना पड़ रहा, जो अब सवाल कर रही कि हमें ऐसा सांसद क्यों चुनना जो विमान से आता है, फाइव स्टार में ठहरता है और जिससे मिलने को समय लेना पड़ता है. 13 मई को यहां मतदान है.

आसनसोल का सबसे बड़ा सवाल है कि क्या बंगाल में कोलकाता ही एक एकमात्र शहर है…? कोलकाता को छोड़कर राज्य के अन्य शहरों के लिए बंगाल सरकार व्यापक कार्यक्रम क्यों नहीं बनाती? यहां की परित्यक्त कोयला खदानें अवैध खनन, उससे जुड़े अपराध और दुर्घटना का केंद्र बनी हुई हैं. लोगों का मानना है कि आसनसोल के लिए किसी विशेष कार्ययोजना की उम्मीद होती है.

टीएमसी ने शत्रुघ्न सिन्हा पर जताया भरोसा

टीएमसी ने इस सीट से अभिनेता और राजनेता शत्रुघ्न सिन्हा को मैदान में उतारा है. उन्होंने पटना साहिब निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा सांसद के साथ-साथ राज्यसभा सदस्य के रूप में भी कार्य किया है. सिन्हा ने अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण और शिपिंग मंत्री के रूप में भी काम किया है. उन्होंने भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान पुणे से अभिनय में डिप्लोमा प्राप्त किया है. इससे पहले, बीजेपी ने जब उन्हें टिकट नहीं दिया तो उन्होंने कांग्रेस ज्वाइन कर ली. बाद में उन्होंने ममता की पार्टी टीएमसी का दामन थाम लिया.

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एसएस अहलूवालिया बीजेपी की पसंद

बीजेपी ने इस सीट से सुरेंद्रजीत सिंह अहलूवालिया को चुना है. अहलूवालिया वर्तमान में पश्चिम बंगाल में बर्धमान-दुर्गापुर लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं. इससे पहले उन्होंने दार्जिलिंग का भी प्रतिनिधित्व किया था. 2014 के आम चुनाव से पहले उन्होंने झारखंड और बिहार का भी प्रतिनिधित्व किया है. अहलूवालिया शिक्षा से वकील हैं और उन्होंने कलकत्ता विश्वविद्यालय से स्नातक की उपाधि प्राप्त की है.

2019 में क्या हुआ?

साल 2014 व 2019 के चुनाव में बीजेपी ने यह सीट जीती थी. गायक से नेता बने बाबुल सुप्रियो केंद्रीय मंत्री बने. फिर मंत्री पद से हटाए गए. 2021 में उन्होंने सांसदी छोड़ी और तृणमूल में लौट गए. इसी सीट पर उपचुनाव हुआ और शत्रुघ्न को मौका मिला.

 

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