Election Result: यूपी में BJP के लिए सपा बनी चुनौती! PDA के सहारे अखिलेश ने कैसे दिलाई पार्टी को बढ़त?

Lok Sabha Election Result 2024: यूपी में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के INDIA ब्लॉक ने BJP के अगुवाई वाली NDA को पछाड़ती हुई दिख रही है. 80 सीटों में से NDA 39 सीटों पर लीड कर रही है.
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सपा प्रमुख अखिलेश यादव (सोशल मीडिया)

Lok Sabha Election Result 2024: सोमवार को देश में लोकतंत्र का सबसे बड़ा त्योहार मनाया जा रहा है. 18वीं लोकसभा चुनाव के लिए मतगणना जारी है. उत्तर प्रदेश में सबसे बड़ा सियासी उलट-फेर देखने को मिल रहा है. यूपी में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के INDIA ब्लॉक ने BJP के अगुवाई वाली NDA को पछाड़ती हुई दिख रही है. 80 सीटों में से NDA 39 सीटों पर लीड कर रही है. वहीं सपा 34 और कांग्रेस 6 यानी INDIA ब्लॉक 40 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है. इसी के साथ सपा यूपी में BJP के लिए एक बड़ी चुनौती बनकर उभरी है. इसका सबसे कारण है सपा का ‘PDA’ का नारा. दरअसल, अखिलेश ने पहले ही कहा था कि अधिकांश पिछड़े लोग, दलित और अल्पसंख्यक एकजुट होकर सपा के पीडीए के मुद्दे का समर्थन करेंगे.

2019 में अखिलेश यादव ने 37 सीटों पर लड़ा चुनाव

बता दें कि, 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा सिर्फ 5 सीटें ही जीत पाई थी. इस दौरान सपा और बहुजन समाज पार्टी का गठबंधन था. गठबंधन के तहत सपा ने 80 में से 37 सीटों पर चुनाव लड़ा था और BSP को 10 सीटें मिली थी. वहीं BJP ने 62 सीटों पर परचम लहराया था. इस बार सपा ने कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ा है. इसमें 62 सीटें सपा के पास थी और कांग्रेस ने 17 सीटों पर चुनाव लड़ा. 2019 के चुनाव के बाद सपा की ओर से यह रणनीतिक बदलाव किया गया है और इसका फर्क भी पड़ता हुआ दिखाई दे रहा है. सपा अपने पारंपरिक मुस्लिम और यादव आधार से इतर नए फॉर्मूले यानी नई सोशल इंजीनियरिंग पर काम करती दिखी.

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SP ने यादव समाज से केवल 5 लोगों को टिकट दिया

गौतलब है कि, पिछले चुनाव में सपा ने 37 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिसमें मुख्य रूप से यादव और मुस्लिम उम्मीदवारों को मैदान में उतारा गया था. वहीं इस बार सपा 62 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. मुस्लिम आबादी यूपी की आबादी का लगभग 20% हैं. ऐसे में सपा की ओर से मुस्लिम समुदाय से केवल 4 टिकट दिए गए हैं. वहीं सबसे बड़ा ओबीसी समुदाय होने के बावजूद, यादव समाज से केवल 5 लोगों को टिकट दिया गया है. बता दें कि इनमें भी सपा ने सिर्फ यादव परिवार के सभी पांच सदस्यों को चुनाव में उतारा है. सपा ने वाल्मिकी, गुर्जर, राजभर, भूमिहार, पाल और लोधी समुदाय से भी एक-एक उम्मीदवार मैदान में उतारा है. वहीं 2019 के चुनाव में 10 यादव उम्मीदवार उतारे गए थे.

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