MP News: ऑनलाइन ठगों ने लोगों को ठगने के लिए निकाला नया तरीका, इंदौर पुलिस ने पकड़ा तो हुए चौकाने वाले खुलासे

MP News: लोगों की मेहनत की कमाई को ठगने के लिए देश भर में कई गिरोह सक्रिय है. लोगो के ठगने के लिए इनके पास कई स्कीम भी हैं.
Madhya Pradesh Indore Online Fraud

ऑनलाइन ठगने वाले 2 शातिर बदमाशो को गिरफ्तार किया

MP News: लोगों को फोन पर परिचित बताकर रुपए ठगने वाले 2 शातिर बदमाशो को इंदौर क्राइम ब्रांच ने राजस्थान और हरियाणा बॉर्डर से गिरफ्तार किया है. इन दोनों बदमाशों ने विजयनगर थाना क्षेत्र के रहने वाले व्यक्ति से 96 हजार रुपए की ठगी की थी. पुलिस की पूछताछ में इन ठगो ने एंटीक सिक्के बेचने की आड़ में भी लोगो से ठगी की जा रही थी. विजय नगर के रहने वाले राम चौहान ने शिकायत की थी एक व्यक्ति ने उन्हें कॉल कर उनका रिश्तेदार बताकर बात की. इस दौरान उसने रूपयों की मांग की और कहा कि वह अपने एक परिचित का यूपीआई नंबर दे रहा है, उसके अकाउंट में रुपए डाल दो, में आपको रुपए डाल रहा हू. यह कहकर बदमाश ने उनके यूपीआई पर रुपए भेजने का मैसेज भेज दिया.

इस पर राम ने अपना बैंक अकाउंट चेक किए बिना ही ठग के अकाउंट में 96 हजार रुपए डाल दिए और जब खुद का अकाउंट चेक किए तो उसमें रुपए नहीं आए थे. फरियादी राम ने शिकायत के साथ मोबाइल नंबर और बैंक अकाउंट के डिटेल पुलिस को दी, जिसके आधार पर पुलिस ने आरोपी रईस और अली शहर को राजस्थान के डिग जिले से पकड़ लिया. पूछताछ में इन्होंने बताया कि वे दिन में सैकड़ों लोगो को इस तरह से कॉल करते हैं, इनमे से दर्जन भर लोग रुपए दे देते हैं.

एंटीक सिक्के बेचने के नाम पर ठगी

क्राइम ब्रांच के एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने बताया कि पूछताछ में इसके अलावा आरोपियों ने बताया कि वे एंटीक सिक्के बेचने के लिए ऑनलाइन विज्ञापन भी डालते हैं. जब कोई खरीदने के लिए तैयार होता है तो ये बदमाश खुद पुलिस वाला बनकर उन लोगो को डराकर रुपए ऐंठ लेते है. इस तरह से भी सैकड़ो लोगो को दोनो आरोपी ठग चुके हैं.

पकड़े जाने से बचने की भी है स्कीम

ये दोनो इतने शातिर हैं कि राजस्थान के डिग में रहकर ठगी करते हैं और पकड़े जाने से बचने के लिए हरियाणा के नूंह जाकर रुपए निकालते थे. ताकि गांव वालों को भी इन पर किसी तरह का शक न हो.

कई गिरोह सक्रिय

लोगों की मेहनत की कमाई को ठगने के लिए देश भर में कई गिरोह सक्रिय है. लोगो के ठगने के लिए इनके पास कई स्कीम भी हैं. बड़ी बात यह है कि जागरूकता की कमी के चलते पढ़े लिखे लोग इनके अधिक शिकार बन रहे हैं.

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