MP News: चंबल नदी में पलटी नाव, यात्रियों ने कूदकर बचाई जान, 6 बाइक नदी में डूबी

MP News: मुरैना जिले के चंबल उसेथ घाट पर बने पांटून पुल को 17 जून को उत्तर प्रदेश सरकार के आदेश अनुसार हटा दिया.
In Morena, the boat sank in Chambal river due to sudden filling of water.

मुरैना में नाव में अचानक पानी भरने से चंबल नदी में डूब गई.

Boat capsized in Chambal river: एक बार फिर चंबल नदी में बड़ी दुर्घटना होने से टल गई,  मुरैना के विंडवा घाट से उत्तर प्रदेश पिनाहट के उठसाना घाट पर चलाई जा रही अवैध रूप से नाव में 17 यात्री और 6 बाइक लेकर जा रहे थे. तभी नाव में अचानक पानी भरने से चंबल नदी में डूब गई. यात्रियों ने नाव से कूद कर अपनी जान बचाई वही नाव में रखी आठ बाइक नदी में डूब गई.

नाव चंबल नदी में पलटने से हड़कंप मंच गया. नदी के घाट पर कार्य कर रहे लोगों ने नदी में रिस्क ले कर यात्री और बाइकों को बाहर निकाला. नाव डूबने की सूचना पर दूर-दूर से लोग देखने के लिए आने लगे. घटना की सूचना मिलने पर पुलिस उत्सना घाट पर पहुंची और नाव पलटने की जांच में जुट गई है.

UP सरकार के आदेश के बाद हटाया गया था पुल

बता दें की मुरैना जिले के चंबल उसेथ घाट पर बने पांटून पुल को 17 जून को उत्तर प्रदेश सरकार के आदेश अनुसार हटा दिया. पांटून पोल हटाने से वहां के लोकल निवासियों ने चंबल में विना परमिशन के नाम चलाना शुरु कर दिया. चंबल के कई घाटों पर अवैध रूप से संचालन किया जा रहा है.

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पहले भी चंबल में होता रहा है नाव का अवैध संचालन

दरअसल, चंबल नदी में यह घटना पहली बार नहीं हुई है प्लाटून पुल टूटने के बाद बिना अनुमति के चंबल नदी के कई घाटों पर नाम का संचालन शुरू कर दिया जाता है. नाव संचालन होने की सूचना उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के सभी अधिकारियों को रहती है लेकिन यात्रियों की सुविधा को देखते हुए प्रशासन भी मोन बना रहता है. जिसकी वजह से अवैध रूप से नाव चलाने वाले केवटों के हौसले बुलंद हो जाते हैं. वह लगातार चंबल नदी में नाव का संचालन करते रहते हैं, कई बरसों पुरानी नाव होने से ऐसे हद से अक्सर होते रहते हैं लेकिन प्रशासन भी बड़ी दुर्घटना की इंतजार करता है जब तक बड़ी दुर्घटना नहीं होती तब तक प्रशासन नहीं चेतता है.

स्थानीय लोगों को भी गंतव्य स्थान पर जल्दी पहुंचने के चक्कर में अपनी जान जोखिम में डालकर नाम से इस घाट से उसे घाट पर जाने की जल्दी रहती है. अपनी जान जोखिम में डालकर वह नाव यात्रा करते हैं. उसैथ घाट पर प्लांटटूंन पुल हटने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा वाहन स्टीमर का संचालन कराया जाता है फिर भी इस क्षेत्र के लोग जल्दबाजी के चक्कर में नावों में बैठकर नदी पार करते हैं.

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