MP News: Indore BJP युवा मोर्चा नगर उपाध्यक्ष की गोली मारकर हत्या, रात 3 बजे लगवा रहे थे बैनर पोस्टर
MP News: इंदौर शहर में अपराधी किस कदर बेखौफ है, इसका जीवंत उदाहरण एक बार फिर देखने को मिला है. यहां बदमाशो ने भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के नगर उपाध्यक्ष मोनू कल्याणे की देर रात गोली मारकर हत्या कर दी. हत्या जेल रोड स्थित विजय भांग गोटा के सामने हुई है. मोनू की हत्या करने वाले बदमाश उनके घर के समीप ही रहते थे. हत्या के बाद मोनू के घर के बाहर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया. हत्या का कारण अभी सामने नहीं आया है. जेल रोड स्थित उषा फाटक के रहने वाले मोनू कल्याणे आज सुबह भगवा वाहन रैली निकलने वाले थी, जिसके लिए वह चौराहे पर देर रात बैनर-पोस्टर लगवा रहे थे. उस दौरान बाइक सवार दो युवक मोनू के पास आए और मोबाइल नंबर मांगा. मोनू के जैसे ही अपना मोबाइल निकाला तो बदमाशों ने पिस्टल निकाल कर मोनू के सीने पर गोली मार दी और भाग निकले. गोली मारकर भाग रहे बदमाशो पर बैनर लगवा रहे मोनू के साथी ने हाथ में रखी वस्तु फेककर मारी तो बदमाशों ने उस पर भी फायर किए और भाग निकले. मौके पर करीब 3 से 4 फायर हुए है. अर्जुन पथरोड़ और पीयूष पथरोड़ द्वारा वारदात को अंजाम देने की बात कही जा रही है. मोनू को गोली लगने के बाद उनके दोस्त नजदीकी अस्पताल लेकर पहुंचे जहां डॉक्टर ने उनको मृत घोषित कर दिया. सूत्रों ने बताया अर्जुन और मोनू के बीच कुछ दिन पहले कहा-सुनी हुई थी. यह भी जानकारी सामने आई है अर्जुन का ब्याज का काम है. बताया जा रहा है जिन बदमाशों ने मोनु कल्याणे की हत्या की है वह कॉलोनी के रहने वाले है. करीब चार दिन पहले बदमाश अर्जुन और पीयूष ने उनका घर खाली कर दिया है.
कैलाश विजयवर्गीय के खास समर्थक है मोनू
मोनू कल्याणे भारतीय जनता युवा मोर्चा के नगर उपाध्यक्ष थे. इसके अलावा वह भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय और आकाश विजयवर्गीय के खास थे. मोनू हर वर्ष अपने इलाके में भव्य कार्यक्रम करवाते थे, जिनमें भाजपा के वरिष्ठ नेता और अन्य लोग भी शामिल होते थे। मोनू भाजपा के बड़े नेताओं के भी करीबी थे.
भारी पुलिस फोर्स तैनात
मोनू को गोली लगने की खबर लगते ही उनके घरवाले बदहवास हो गए और जैसे ही उनको पता लगा कि हत्या कॉलोनी के रहने वालों ने की है तो उनके परिजनों ने कॉलोनी में हंगामा कर दिया. इसकी सूचना मिलते ही मौके पर भारी पुलिस बल तैनात हो गया. मौके पर एक डीसीपी, तीन एडिशनल डीसीपी, तीन एसीपी और करीब 6-7 थाना प्रभारी मौजूद थे.