Lok Sabha Election 2024: सपा के लिए सबसे पहले यादव परिवार? ‘मिशन 2024’ के लिए सीट फाइनल!

Lok Sabha Election 2024: अखिलेश के चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव इस बार बदायूं से चुनाव लड़ सकते हैं. अखिलेश के एक और रिश्तेदार अक्षय यादव फिरोजाबाद सीट से चुनाव लड़ सकते हैं.
अखिलेश यादव और शिवपाल यादव

अखिलेश यादव और शिवपाल यादव

Lok Sabha Election 2024: समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गई है. नई खबरें सामने आ रही हैं कि पार्टी में अखिलेश यादव और उनके परिवार के सदस्यों द्वारा लड़ी जाने वाली सीटों पर सहमति बन गई है. जहां कांग्रेस के साथ सीट बंटवारे पर बातचीत चल रही है, वहीं समाजवादी पार्टी के प्रमुख नेताओं ने चुनाव लड़ने वाली सीटों पर सहमति बना ली है.

सूत्रों के मुताबिक, सपा में तय हो गया है कि पार्टी का खोया हुआ गढ़ कन्नौज वापस लेने के लिए अखिलेश यादव खुद आगे आएंगे. पिछले चुनाव में यहां अखिलेश की पत्नी डिंपल यादव बीजेपी से हार गई थीं.

2019 में डिंपल को मिली थी हाथ

डिंपल ने 2012 में पहली बार यहां से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की जब अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री बनने के लिए सांसद पद से इस्तीफा दे दिया था. 2014 में डिंपल ने दोबारा यहां से 19,900 वोटों से जीत हासिल की, लेकिन 2019 में डिंपल यहां लड़खड़ा गईं. हार 12,353 वोटों से हुई.

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क्या कन्नौज से चुनाव लड़ेंगे अखिलेश?

अखिलेश यादव लगभग एक साल से नियमित रूप से कन्नौज का दौरा कर रहे हैं और पार्टी कार्यक्रमों में भाग ले रहे हैं. शुक्रवार को उन्होंने सपा के चुनाव अभियान की शुरुआत की. सपा का मानना है कि मुस्लिम और यादव बहुल संसदीय क्षेत्र कन्नौज में पिछली बार की तरह कोई विरोध नहीं है. मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद 2022 में मैनपुरी से चुनाव लड़ने वाली डिंपल यादव इस बार भी वहां से चुनाव लड़ सकती हैं. डिंपल यादव भी मैनपुरी संसदीय क्षेत्र में नियमित आती रहती हैं.

आजमगढ़ से किस्मत आजमा सकते हैं शिवपाल

समाजवादी पार्टी के महासचिव और अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल सिंह यादव इस बार आजमगढ़ से चुनाव लड़ सकते हैं. 2019 का चुनाव यहां से अखिलेश यादव ने जीता था. हालांकि, 2022 के उपचुनाव में बीजेपी के दिनेश लाल यादव ने एसपी के धर्मेंद्र यादव को हराकर जीत हासिल की. पार्टी की मांग है कि इस सीट पर अखिलेश यादव या फिर शिवपाल यादव में से किसी एक को चुनाव लड़ना चाहिए.

PDA की बात रहे हैं अखिलेश

अखिलेश के चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव इस बार बदायूं से चुनाव लड़ सकते हैं. वहीं अक्षय यादव फिरोजाबाद सीट से चुनाव लड़ सकते हैं. अक्षय सपा महासचिव रामगोपाल यादव के बेटे हैं. 2014 में यहां से जीतने वाले अक्षय 2019 में असफल रहे.

इस बार फिर से सपा का चुनाव अभियान अखिलेश यादव के ‘पीडीए’ फॉर्मूले पर आधारित है. पीडीए एक अभियान है जिसमें दलित, पिछड़े वर्ग और अल्पसंख्यक शामिल हैं. हाल ही में अखिलेश ने कहा था कि यूपी में गठबंधन के तौर पर कांग्रेस के लिए 11 सीटों पर सहमति बन गई है. हालांकि, ये कौन-कौन सी सीटें इसके बारे में अभी कुछ तय नहीं है.

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