Chhattisgarh: राजनादगांव में साथ में संचालित हो रहा आबकारी नियंत्रण कक्ष व प्राथमिक स्कूल, छात्रों को हो रही परेशानी

Chhattisgarh News: प्रदेश में 26 जून से स्कूलें खुलने वाला है. इस दिन शाला प्रवेश उत्सव मनाने की तैयारी भी की जा रही है. वहीं राजनांदगांव के पुराना बस स्टैंड के पास एक ऐसा स्कूल है, जहां एक ही परिसर में आबकारी नियंत्रण कक्ष और प्राथमिक स्कूल संचालित किया जा रहा है. ऐसे में बच्चे प्रतिकूल माहौल में शिक्षा ग्रहण करने के लिए मजबूर हैं.
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स्कूल की फोटो

Chhattisgarh News: प्रदेश में 26 जून से स्कूलें खुलने वाला है. इस दिन शाला प्रवेश उत्सव मनाने की तैयारी भी की जा रही है. वहीं राजनांदगांव के पुराना बस स्टैंड के पास एक ऐसा स्कूल है, जहां एक ही परिसर में आबकारी नियंत्रण कक्ष और प्राथमिक स्कूल संचालित किया जा रहा है. ऐसे में बच्चे प्रतिकूल माहौल में शिक्षा ग्रहण करने के लिए मजबूर हैं.

प्राथमिक स्कूल के ठीक सामने आबकारी नियंत्रण कक्ष

शहर के भरकापारा प्राथमिक स्कूल के ठीक सामने आबकारी नियंत्रण कक्ष बनाया गया है, जहां शराब तस्करों और जब्त की गई शराब भी लाई जाती है. इसके अलावा यहां आपराधिक तत्वों का भी लगातार आना जाना लगा रहता है. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या यहां बच्चों को पढ़ाई के लिए अनुकूल माहौल मिल रहा है. आबकारी नियंत्रण कक्ष होने के कारण वहां माहौल रोज खराब हो रहा है. ऐसे में स्कूल में पढ़ने वाली छात्राएं वहां असहज महसूस कर रही हैं.

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नियमों के मुताबिक तो स्कूलों के 200 मीटर के दायरे में शराब की दुकान नहीं होनी चाहिए, लेकिन स्कूल से 10 मीटर की दूरी पर ही आबकारी नियंत्रण कक्ष का संचालन किया जा रहा है, जिसके कारण छोटे-छोटे बच्चों की मानसिकता पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है. इसके अलावा छात्राएं भी वहां जाने में असहज महसूस करती हैं. यह एक पहला स्कूल होगा, जहां आबकारी नियंत्रण कक्ष के बीच महज 30-35 फ़ीट का ही फर्क है. स्कूल आते-जाते वक्त छात्राओं के सामने ही नशे में टुन्न शराबी आ धमकते हैं. इससे वे डर जाती हैं.

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