पहले फर्जी दिव्यांग प्रमाण पत्र, अब फर्जी पते पर राशन कार्ड…दिन-ब-दिन उलझती जा रही है पूजा खेडकर की कहानी

16 जुलाई को LBSNAA की ओर से जारी एक आधिकारिक नोटिस में कहा गया है कि पूजा खेडकर, जो वर्तमान में महाराष्ट्र के वाशिम में सुपरन्यूमेरी असिस्टेंट कलेक्टर हैं, को महाराष्ट्र में उनके प्रशिक्षण कर्तव्यों से मुक्त कर दिया गया है.
IAS Trainee Puja Khedkar Row

पूजा खेडकर ( फोटो-सोशल मीडिया)

IAS Trainee Puja Khedkar Row: ट्रेनी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर से जुड़ा विवाद दिन-ब-दिन उलझता जा रहा है. हाल ही में पता चला है कि खेडकर ने गलत पता और फर्जी राशन कार्ड देकर फर्जी विकलांगता प्रमाण पत्र हासिल किया है. उन्होंने जो पता दिया था, उसमें खेडकर ने दावा किया था कि ‘प्लॉट नंबर 53, देहू-आलंदी, तलवड़े’ यशवंतराव चव्हाण मेमोरियल (YCM) अस्पताल उनका आवासीय पता है, जो पुणे के पिंपरी-चिंचवाड़ इलाके में स्थित है. जांच करने पर पता चला कि उन्होंने जो पता दिया था, वह उनका नहीं था; इसके बजाय, यह थर्मोवेरिटा इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड नामक एक अब बंद हो चुकी संस्था का था. यह कोई आवासीय संपत्ति नहीं थी.

विकलांगता प्रमाण पत्र के लिए फर्जी राशन कार्ड का इस्तेमाल

पूजा खेडकर ने जो दस्तावेज जमा किए थे, उनमें एक फर्जी राशन कार्ड भी था, जिसे उसी झूठे पते का इस्तेमाल करके बनाया गया था. खेडकर ने कथित तौर पर इस राशन कार्ड का इस्तेमाल विकलांगता प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए किया था. उन्होंने लोकोमोटर विकलांगता का दावा किया था. अगस्त 2022 में खेडकर को विकलांगता प्रमाण पत्र जारी किया गया था, जिसमें कहा गया था कि उनके घुटने में लगभग सात प्रतिशत विकलांगता है. इसके अलावा, वही थर्मोवेरिटा फर्म ऑडी वाहन की पंजीकृत मालिक है. पिंपरी-चिंचवाड़ नगर पालिका के कर संग्रह विभाग का दावा है कि इस फर्म पर पिछले तीन वर्षों से 2.7 लाख रुपये बकाया हैं. इस बीच, जाली दस्तावेजों और अन्य मामलों को लेकर विवाद बढ़ने पर, महाराष्ट्र में पूजा खेडकर का प्रशिक्षण रद्द कर दिया गया. सिविल सेवा परीक्षा पास करने के लिए कथित तौर पर विकलांगता प्रमाण पत्र बनाने के लिए उनकी जांच की जा रही है.

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पूजा खेडकर की ट्रेनिंग रद्द

वहीं मसूरी में लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी (LBSNAA) ने पूजा दिलीप खेडकर के जिला प्रशिक्षण कार्यक्रम को रोकने का फैसला किया है और उन्हें आगे की कार्रवाई के लिए तुरंत वापस बुलाया है. 16 जुलाई को LBSNAA की ओर से जारी एक आधिकारिक नोटिस में कहा गया है कि पूजा खेडकर, जो वर्तमान में महाराष्ट्र के वाशिम में सुपरन्यूमेरी असिस्टेंट कलेक्टर हैं, को महाराष्ट्र में उनके प्रशिक्षण कर्तव्यों से मुक्त कर दिया गया है. पूजा खेडकर पर पुलिस अधिकारियों को धमकाने और विशेष सुविधा पाने के लिए अपने पद का दुरुपयोग करने के अलावा फर्जी पहचान पत्र बनाने का आरोप है. दूसरी ओरM मंगलवार रात को राज्य मुख्यालय को पुणे स्थित भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) से पूजा खेडकर के पिता दिलीप खेडकर की संपत्ति पर विस्तृत रिपोर्ट मिली. 2020 में सेवानिवृत्त होने से पहले दिलीप खेडकर महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (MPCB) की देखरेख करते थे. वहां रहने के दौरान उन पर अत्यधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप है. उच्च अधिकारियों द्वारा परिणामों की समीक्षा करने के बाद और कार्रवाई की उम्मीद है.

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