NEET Paper Leak: CBI ने ‘मास्टरमाइंड’ समेत 2 एमबीबीएस छात्रों को किया गिरफ्तार, धीरे-धीरे सुलझ रही है केस की गुत्थी
NEET Paper Leak Case: CBI ने शनिवार को नीट पेपर लीक मामले में ‘मास्टरमाइंड’ और दो एमबीबीएस छात्रों समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. पेपर लीक के मास्टरमाइंड की पहचान बीटेक ग्रेजुएट शशिकांत पासवान के रूप में हुई है. उसका संबंध पंकज से है, जिस पर हजारीबाग से पेपर चुराने का आरोप है. इसके अलावा रॉकी को भी इस मामले में गिरफ्तार किया जा चुका है.
अब तक 21 आरोपी की हुई है गिरफ्तारी
सॉल्वर में से एक कुमार मंगलम राजस्थान के भरतपुर का एमबीबीएस द्वितीय वर्ष का छात्र है. दूसरा दीपेंद्र शर्मा भी भरतपुर का ही द्वितीय वर्ष का छात्र है. कुमार मंगलम और दीपेंद्र शर्मा दोनों हजारीबाग में मौजूद थे और उन पर लीक पेपर को सॉल्व करने का आरोप है. नई गिरफ्तारियों के साथ ही, नीट-यूजी अनियमितताओं से जुड़े छह मामलों में एजेंसी द्वारा अब तक गिरफ्तार किए गए लोगों की कुल संख्या 21 हो गई है.
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22 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट में होगी सुनवाई
इस बीच नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) सुप्रीम कोर्ट को सूचित कर सकती है कि उम्मीदवारों को ‘परीक्षा केंद्र बदलने’ का विकल्प नहीं दिया गया है. इसके बजाय, वे केवल ‘परीक्षा शहर बदलने’ के लिए आवेदन कर सकते हैं – जिसे एजेंसी द्वारा अभी भी खारिज किया जा सकता है. पता चला है कि NTA का यह सबमिशन कोर्ट के इस सवाल के जवाब में होगा कि कितने छात्रों ने NEET-UG 2024 में शामिल होने के लिए परीक्षा केंद्र बदलने का विकल्प चुना है.
सुप्रीम कोर्ट ने 18 जुलाई को NEET-UG पर याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए NTA से कहा था कि वह सोमवार (22 जुलाई) को होने वाली मामले की अगली सुनवाई में उन उम्मीदवारों का विवरण प्रस्तुत करे जिन्होंने परीक्षा केंद्र बदला है और उनके संबंधित परिणाम भी बताए. एनटीए के अनुसार, अभ्यर्थी आवेदन पत्र में फ़ील्ड में बदलाव या सुधार के लिए आवेदन कर सकते हैं, जिसमें परीक्षा शहर में सुधार के लिए आवेदन भी शामिल है. फॉर्म में फ़ील्ड बदलने के लिए एनटीए को देशभर से लगभग 1.25 लाख आवेदन प्राप्त हुए थे. एजेंसी 22 जुलाई को स्पष्ट करेगी कि इनमें से कितने परीक्षा शहर बदलने के अनुरोध थे और इन अभ्यर्थियों के परिणाम क्या थे.