PM Modi ने मोहम्मद यूनुस को दी बधाई , बोले- बांग्लादेश में ‘हिंदुओं की सुरक्षा’सुनिश्चित करे अंतरिम सरकार
PM Modi: नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस ने गुरुवार को बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ ली. शपथ ग्रहण समारोह राजधानी ढाका में राष्ट्रपति के आधिकारिक निवास बंगभवन में आयोजित किया गया. उनकी टीम में 16 सदस्यों को शामिल किया गया है, जिनमें 2 महिलाएं और 2 हिंदू भी शामिल हैं. देश में चल रही हिंसा के बीच अब यूनुस के कंधों पर शांति बहाल और आम चुनाव की जिम्मेदारी दी गई है.
बांग्लादेश में अशांति
नियुक्त किए गए लोगों में BELA की CEO सईदा रिजवाना हसन, महिला कार्यकर्ता फरीदा अख्तर, ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) सखावत हुसैन और पूर्व विदेश सचिव तौहीद हुसैन शामिल हैं. वहीं चटगांव हिल ट्रैक्ट्स डेवलपमेंट बोर्ड (CHTDB) के अध्यक्ष सुप्रदीप चकमा और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ मेंटल हेल्थ एंड हॉस्पिटल में मनोचिकित्सा विभाग के निदेशक प्रोफेसर बिधान रंजन रॉय को अंतरिम सरकार में दो हिंदुओं के रूप में शामिल किया गया है.
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भारत शांति, सुरक्षा और विकास के लिए प्रतिबद्ध: पीएम मोदी
इस बीच प्रधानमंत्री मोदी ने मोहम्मद यूनुस को बधाई दी. अंतरिम सरकार के गठन के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने यूनुस को बधाई देते हुए कहा, “प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस को उनकी नई जिम्मेदारी संभालने पर मेरी शुभकामनाएं. हमें उम्मीद है कि हिंदुओं और अन्य सभी अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए जल्द ही सामान्य स्थिति बहाल हो जाएगी. भारत शांति, सुरक्षा और विकास के लिए दोनों देशों के लोगों की साझा आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए बांग्लादेश के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध है.”
My best wishes to Professor Muhammad Yunus on the assumption of his new responsibilities. We hope for an early return to normalcy, ensuring the safety and protection of Hindus and all other minority communities. India remains committed to working with Bangladesh to fulfill the…
— Narendra Modi (@narendramodi) August 8, 2024
बताते चलें कि यूनुस को साल 2006 में नोबेल पुरस्कार मिला था. यूनुस के शपथ ग्रहण समारोह में ब्रिटेन, जापान, चीन, फिलीपींस, ईरान, अर्जेंटीना, कतर, नीदरलैंड और संयुक्त अरब अमीरात के राजनयिक शामिल हुए. हालांकि, अवामी लीग का कोई भी सदस्य मौजूद नहीं था. इससे पहले विश्व प्रसिद्ध अर्थशास्त्री मोहम्मद यूनुस शपथ लेने के लिए पेरिस से स्वदेश लौटे थे.