विनेश से पहले इस रोमानियाई एथलीट के साथ CAS ने किया न्याय, अमेरिकी जिम्नास्ट जॉर्डन चाइल्स से छिना ब्रॉन्ज
Ana Barbosu: पेरिस ओलंपिक में भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट को 100 ग्राम ओवरवेट की वजह से कुश्ती के फाइनल से पहले ही डिस्क्वालीफाई कर दिया गया. इसके बाद उन्होंने CAS में संयुक्त सिल्वर मेडल की मांग करते हुए याचिका दाखिल की. इस पर सुनवाई तो पूरी हो चुकी है, लेकिन फैसला 13 तारीख को आएगा. लेकिन इससे पहले ही रोमानियाई जिमनास्ट एना बारबोसु को सीएएस ने बड़ी खुशखबरी दे दी है.
दरअसल, जिम्नास्टिक के फ्लोर इवेंट में एना ने हारकर भी ब्रॉन्ज मेडल जीत लिया है. साथ ही कोर्ट ने अमेरिका की जिम्नास्ट जॉर्डन चाइल्स (Jordan Chiles) से ब्रॉन्ज छीन लिया है. बता दें कि इवेंट में जॉर्डन तीसरे और एना चौथे स्थान पर थी.
CAS ने बदला फैसला
बता दें कि इवेंट के फाइनल में जॉर्डन ने 13.766 स्कोर के साथ ब्रॉन्ज मेडल जीता था. वहीं एना का स्कोर 13.700 रहा. इस तरह उन्हें हार मिली थी. लेकिन अब सीएएस के फैसले ने पूरा गेम ही चेंज कर दिया है. मैच के बाद एना और उनकी टीम ने सीएएस में एक याचिका दायर की, जिसमें उन्होंने कहा कि जॉर्डन को गलत तरीके से ज्यादा पॉइंट दिए गए हैं. इस वजह से वो तीसरे नंबर पर पहुंची और ब्रॉन्ज भी जीता. एना की याचिका पर लंबी सुनवाई हुई और अब कोर्ट ने ब्रॉन्ज एना को दे दी है.
गौरतलब है कि 5 अगस्त को खेले गए मैच के बाद स्कोरकार्ड पर रेबेका एंड्रेड 14.166 और सिमोन बाइल्स के 14.133 के बाद 13.700 के स्कोर के साथ बारबोसु को तीसरे स्थान पर दिखाया गया. वह अपनी रोमानियाई टीम की साथी सबरीना मानेका-वोइनिया के साथ संयुक्त तीसरे स्थान पर थीं. वहीं चिल्स 13.666 के स्कोर के साथ पांचवें स्थान पर थीं.
लेकिन कुछ समय बाद, चिल्स अपने स्कोर में 0.1 अंक जोड़ने के बाद 13.766 के साथ तीसरे स्थान पर आ गईं. लेकिन रविवार को कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट (CAS) ने जांच को यह कहते हुए रद्द कर दिया कि अमेरिकी कोच सेसिल लैंडी की चिल्स के स्कोर में 0.1 जोड़ने की अपील अंतर्राष्ट्रीय जिम्नास्टिक महासंघ (FIG) द्वारा दी गई एक मिनट की अवधि से बाहर थी.
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मैं अपनी भावनाओं को व्यक्त नहीं कर पा रही हूं- एना
अब एना ने कहा है कि मैं अपनी भावनाओं को व्यक्त नहीं कर पा रही हूं, मुझे विश्वास ही नहीं हो रहा है. जब मैंने यह खबर सुनी, तो मुझे डर लगा कि यह सच नहीं है, और जब मुझे यकीन हो गया, तो मैंने अपने माता-पिता को गले लगाया और उन सभी को बुलाया जिन्होंने मेरी मदद की थी.”
इससे पहले, रोमानियाई प्रधानमंत्री मार्सेल सिओलाकू ने बारबोसु और वोइनिया को पदक नहीं मिलने के बाद पेरिस ओलंपिक के समापन समारोह का बहिष्कार करने की धमकी दी थी.सिओलाकू ने फेसबुक पर एक पोस्ट में लिखा, “मैंने जिमनास्टिक में हुई शर्मनाक स्थिति के बाद पेरिस ओलंपिक के समापन समारोह में शामिल नहीं होने का फैसला किया, जहां हमारे एथलीटों के साथ बेहद अपमानजनक व्यवहार किया गया.”
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