विधानसभा उपचुनाव से पहले ही अखिलेश ने दिया कांग्रेस को झटका! 6 सीटों पर बनाए प्रभारी, शिवपाल को मिली बड़ी जिम्मेदारी

जिन 10 विधानसभा सीटों पर चुनाव होने हैं, उनमें से पांच पर समाजवादी पार्टी, तीन पर भाजपा और एक-एक सीट राष्ट्रीय लोकदल और निषाद पार्टी ने जीती है, दोनों ही एनडीए गठबंधन के सहयोगी हैं.
UP By Election 2024

अखिलेश यादव और शिवपाल यादव

UP By Election 2024:  आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनावों के लिए समाजवादी पार्टी ने दस में से छह निर्वाचन क्षेत्रों के लिए प्रभारियों की नियुक्ति कर दी है. कटेहरी निर्वाचन क्षेत्र में पार्टी के प्रचार की देखरेख के लिए शिवपाल यादव को नियुक्त किया गया है. अखिलेश यादव के इस फैसले से कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. दरअसल, कांग्रेस विधानसभा उपचुनाव में कम से कम 5 सीटों की मांग कर रही थी.

जिन 10 विधानसभा सीटों पर चुनाव होने हैं, उनमें से पांच पर समाजवादी पार्टी, तीन पर भाजपा और एक-एक सीट राष्ट्रीय लोकदल और निषाद पार्टी ने जीती है, दोनों ही एनडीए गठबंधन के सहयोगी हैं.

प्रभारियों की सूची

शिवपाल सिंह यादव कटेहरी (अम्बेडकर नगर) – अवधेश प्रसाद – मिल्कीपुर (फैजाबाद) – वीरेंद्र सिंह मझावन (मिर्जापुर) – चंद्रदेव यादव – करहल (मैनपुरी) – इंद्रजीत सरोज, फूलपुर (प्रयागराज) – राजेंद्र कुमार सीसामऊ (कानपुर नगर) को प्रभारी बनाया गया है.

क्यों जरूरी हैं उपचुनाव?

कटेहरी सीट समाजवादी पार्टी के नेता लालजी वर्मा के अंबेडकर नगर से लोकसभा चुनाव लड़ने और चुनाव जीतने के बाद खाली हुई थी. करहल सीट सपा प्रमुख अखिलेश यादव के इस्तीफा देने के बाद खाली हुई थी. अखिलेश यादव ने भी कन्नौज से लोकसभा चुनाव लड़ा था और जीत हासिल की थी. मिल्कीपुर सीट सपा नेता अवधेश प्रसाद के अयोध्या सीट से लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद खाली हुई थी. मीरापुर में राष्ट्रीय लोक दल के चंदन चौहान ने बिजनौर से लोकसभा चुनाव लड़ने के बाद इस्तीफा दे दिया था. गाजियाबाद से लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद भाजपा के अतुल गर्ग ने गाजियाबाद विधानसभा सीट से इस्तीफा दे दिया था. मझवां विधानसभा सीट भाजपा के विनोद कुमार बिंद के यहां से इस्तीफा देने और भदोही सीट से लोकसभा चुनाव लड़ने के बाद खाली हुई थी.

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समाजवादी पार्टी के हाजी इरफान सोलंकी की कानपुर नगर की सीसामऊ विधानसभा सीट MP/MLA कोर्ट द्वारा सात साल की सजा के मद्देनजर उन्हें अयोग्य ठहराए जाने के बाद खाली हुई थी. हाथरस से लोकसभा चुनाव लड़ने के बाद भाजपा के अनूप सिंह ने अलीगढ़ की खैर विधानसभा सीट से इस्तीफा दे दिया था. फूलपुर सीट भाजपा के प्रवीण पटेल के इस्तीफा देने और उसी सीट से लोकसभा चुनाव लड़ने के बाद खाली हुई थी. सपा नेता जिया-उर-रहमान बर्क की मुरादाबाद में कुंदरकी विधानसभा सीट उनके संभल लोकसभा सीट से चुने जाने के बाद खाली हुई है.

सीटों को लेकर कांग्रेस-सपा में रार!

बताते चलें कि इंडी अलायंस के बैनर तले समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ा, जिसका दोनों पार्टियों को फायदा हुआ. अब जब कांग्रेस विधानसभा चुनाव में कम से कम 5 सीटों की मांग कर रही थी, और सपा ने 6 विधानसभा सीटों के लिए प्रभारियों की नियुक्ति कर दी है तो गठबंधन की गांठ ढीली होने की संभावना भी बढ़ गई है. पिछले दिनों यूपी कांग्रेस चीफ अजय राय ने कहा था कि कम से कम 5 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे.

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