MP News: स्कूल विभाग का कारनामा, अंग्रेजी-भूगोल के शिक्षकों को संस्कृत-बायोलॉजी पढ़ाने भेजा, उच्च पद के प्रभार की काउंसलिंग में सामने आईं गड़बड़ियां
MP News: स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा उच्च पद के प्रभार के लिए की गई ऑनलाइन काउंसलिंग में अनेक गड़बड़ियों सामने आई हैं. भोपाल समेत प्रदेश के कई जिलों से ऐसे ही मामले सामने आ रहे हैं, जिसमें विषय विशेषज्ञ शिक्षकों को दूसरे विषय का प्रभार दे दिया गया है. कहीं अंग्रेजी के शिक्षक को संस्कृत तो कहीं पर भूगोल के शिक्षक को बायोलॉजी पढ़ाने के लिए भेज दिया गया है.
इस मामले में कई परेशान शिक्षकों ने आयुक्त लोक शिक्षण से शिकायत भी की है. दरअसल, लोक शिक्षण संचालनालय के अंतर्गत संचालित शासकीय शालाओं में कार्यरत शैक्षणिक संवर्ग के सहायक शिक्षक, प्राथमिक शिक्षक, उच्च श्रेणी शिक्षक, माध्यमिक शिक्षक, व्याख्याता उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, उच्च माध्यमिक शिक्षक एवं प्राचार्य हाई स्कूल को उच्च पद प्रभार दिए जाने के लिए वरिष्ठता सूची जारी की गई है.
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इस सूची के आधार पर पात्रों को उच्च पद प्रभार प्रदान किए गए हैं. पिछले साल से अब तक 13 हजार लोक सेवकों को उच्च पद प्रभार प्रदान करने के लिए ऑनलाइन काउंसलिंग हो चुकी है. बीते दिनों उच्च पद प्रभार की काउंसलिंग के आदेश जारी होना शुरू हुए हैं. इन आदेशों में भारी गड़बडियां सामने आ रही हैं. जिस विषय के शिक्षक ने उच्च पद के प्रभार में चॉइस फिलिंग की, अब आदेश निकलने पर उन्हें दूसरा विषय दे दिया गया है. ज्ञात हो कि लोक शिक्षण में ऑनलाइन काउंसलिंग का जिम्मा अपर संचालक कामना आचार्य के पास है. करीब डेढ़ साल से चल रही ऑनलाइन काउंसलिंग को विभाग ने दस अगस्त तक समाप्त करने का टारगेट रखा था.
सुधार के लिए कई आवेदन पेंडिंग
विभाग में साढ़े तीन लाख कर्मचारी हैं. मैदानी स्तर पर स्कूलों के संचालन की प्रशासनिक जिम्मेदारी लोक शिक्षण संचालनालय के पास है. शिक्षकों की स्थापना और अन्य कार्य लोक शिक्षण संचालनालय ही देखता है. मैदानी स्तर पर शिक्षकों की समस्याएं डीईओ व जेडी के माध्यम से लोक शिक्षण के पास पहुंचती हैं. लोक शिक्षण में अधिकांश मामले पेंडिंग हैं.