Chhattisgarh: बस्तर से लौटते ही गृहमंत्री विजय शर्मा ने किया बड़ा ऐलान, प्रदेश में 1200 से अधिक जवानों का बनाया जाएगा स्मारक
Chhattisgarh News: डिप्टी सीएम विजय शर्मा बस्तर से लौट आए है, और आते ही उन्होंने बड़ी घोषणा की है. उन्होंने कहा कि प्रदेश भर के 1200 से ज्यादा शहीदों के स्मारक बनाए जाएंगे. वहीं उन्होंने नक्सल प्रभावित गांवों को लेकर कहा कि पालनार और पूवर्ती में नक्सलियों को गांव वालों ने टाटा बाय-बाय कर दिया है.
1200 से ज्यादा शहीदों के स्मारक बनाए जाएंगे – विजय शर्मा
बस्तर दौरे से लौटकर विजय शर्मा ने बड़ी घोषणा की. उन्होंने कहा कि शहीद परिवार अपने समस्या को लेकर प्रशासन के साथ कर बातचीत सकेंगे. प्रत्येक महीने दूसरे बुधवार को आईजी ऑफिस में शहीद परिवार के लोग जाकर अपनी बात रख सकते हैं. अगर बातचीत सफल नहीं रही तो वहीं से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग करके सीधे डीजीपी से बात कर सकते हैं. साथ ही उन्होंने बताया कि प्रदेश में जितने भी जवान शहीद हुए है, उनके स्मारक बनाएं जाएंगे. शहीदों के परिवार वालों ने इसकी मांग की थी. 1200 से ज्यादा शहीदों के स्मारक बनाए जाएंगे.
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पालनार और पूवर्ती में नक्सलियों को गांव वालों ने टाटा बाय-बाय कर दिया
डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने बताया कि मैंने नक्सल प्रभावित गांव का दौरा किया है, पालनार और पूवर्ती में नक्सलियों को गांव वालों ने टाटा बाय-बाय कर दिया है. पालनार और पूवर्ती में नक्सल का नामों निशान नहीं रह गया. स्वतंत्रता दिवस के अवसर बस्तर में था. इस बार कुछ अलग उत्साह देखा है. बोले कि पूवर्ती गया, वहां मैंने स्थानीय लोगों से मुलाकात की. गांव के लोगों में विकास की ललक दिखी. लोगों ने कहा- सड़क बनाओ, बिजली बनाओ बाकी बात बाद में करना. उन्होंने बताया कि पालनार भी गया. वहां पर शिविर लगा है. पालनार में लोगों ने ढेर सारे आवेदन दिए. वहां लोगों का राशन कार्ड बन रहा है, आधार कार्ड बन रहा है जॉब कार्ड बन रहा है. मुख्य धारा से जुड़ गया है.
समर्पण करने वाली महिला नक्सली से बंधवायी राखी
डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने बताया कि दंतेवाड़ा के लोनवर्राटू कैंप में जिस महिला नक्सली ने समर्पण किया उनसे राखी बंधवायी और कैंप में शहीद के परिवारों से मुलाकात हुई. वहीं IED ब्लास्ट से घायल लोगों से भी मुलाकात हुई. शाहिद के परिवार वालों ने मांग की है कि सरकारी नौकरियों में भी उनका आरक्षण होना चाहिए. शहीद परिवारों ने स्कूल में बच्चों के प्रवेश को लेकर भी आग्रह किया गया. जिन इलाकों में बस सुविधा ठप हो गई थी. कुछ संस्थाओं के माध्यम से उन इलाकों में बस की सेवाएं शुरू की जा रही है. बस्तर में बड़ा परिवर्तन हो रहा है. शीघ्र ही बस्तर शांत होगा. बस्तर विकास की ओर बढ़ चला है.