“मैंने खुदकुशी करने की कोशिश की, विरोध प्रदर्शन…”, क्या RG Kar Hospital में छात्रों पर डाला जा रहा था दवाब?

आरजी कर में मेडिकल इंटर्न ने मीडिया को बताया, "दूसरे वर्ष तक मेरे अंक ठीक थे. मैं अच्छा कर रहा था. फिर मैंने हॉस्टल में कॉमन रूम की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया. इसके बाद, मुझे तीसरे वर्ष की परीक्षा में फेल कर दिया गया, हॉस्टल से निलंबित कर दिया गया. यहां तक कि मैंने खुदकुशी करने की कोशिश भी की."
Kolkata Doctor Case

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Kolkata Doctor Case: आरजी कर अस्पताल में बलात्कार और हत्या की शिकार हुई ट्रेनी महिला डॉक्टर के पिता ने पिछले सप्ताह मीडिया से कहा था कि वह मेडिकल संस्थान में दबाव में थी और वहां नहीं जाना चाहती थी. इस बयान से इस बात को लेकर अटकलें लगाई जाने लगी थीं कि पीड़िता किस तरह के दबाव में थी. अब जूनियर डॉक्टरों और मेडिकल छात्रों ने कॉलेज प्रशासन पर कई आरोप लगाए हैं.

मुझे परीक्षा में फेल कर दिया गया था: मेडिकल इंटर्न

आरजी कर में एक मेडिकल इंटर्न ने मीडिया को बताया, “दूसरे वर्ष तक मेरे अंक ठीक थे. मैं अच्छा कर रहा था. फिर मैंने हॉस्टल में कॉमन रूम की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया. इसके बाद, मुझे तीसरे वर्ष की परीक्षा में फेल कर दिया गया, हॉस्टल से निलंबित कर दिया गया. यहां तक कि मैंने खुदकुशी करने की कोशिश भी की.” छात्रों ने कहा, “संदीप घोष को भले ही प्रिंसिपल पद से हटा दिया गया हो, लेकिन उनके समर्थक सब देख रहे हैं. अगर उन्हें पता चल गया कि मैंने कुछ कहा है, तो वे मेरी मंजूरी रुकवा सकते हैं और मेरा करियर बर्बाद कर सकते हैं. लेकिन हम कब तक इस आतंक में जी सकते हैं?”

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“पीड़िता के साथ जो हुआ, वह हममें से किसी…”

वहीं एक और छात्रा ने एक मीडिया चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा, “पीड़िता के साथ जो हुआ, वह हममें से किसी के साथ भी हो सकता है. छात्रों ने दावा किया है कि बलात्कार की घटना के बाद विरोध प्रदर्शन रुकवाने की कोशिश भी की गई थी. एक और ने कहा, “ज़ाहिर है कि वह कुछ छिपाने की कोशिश कर रहे थे. हम छात्र हैं, इसलिए हमें नहीं पता कि यह ड्रग रैकेट था या सेक्स रैकेट या कुछ और. सीबीआई को हमें यह बताना चाहिए. लेकिन जिस तरह से उनके साथियों ने 2021 में नए प्रिंसिपल को कार्यभार संभालने नहीं दिया और फिर विरोध करने वाले किसी भी व्यक्ति को निशाना बनाया, उससे पता चलता है कि कुछ छुपाने की कोशिश थी.”

यह आरोप तब सामने आए हैं, जब केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने लगातार चौथे दिन घोष से पूछताछ की. घोष ने अग्रिम जमानत के लिए कोलकाता उच्च न्यायालय का रुख किया है. शुक्रवार से 12-14 घंटे तक उनसे लगातार पूछताछ की गई, जिससे उनकी गिरफ्तारी की अटकलें लगाई जा रही हैं.

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