भारतमाला प्रोजेक्ट में 73 जमीन मालिकों को नहीं बांटा मुआवजा और पटवारी को बना दिया आरोपी, जिला प्रशासन से हुई बड़ी चूक
बिलासपुर पटवारी सुसाइड केस
CG News: बिलासपुर के अयोध्या नगर में रहने वाले पटवारी सुरेश मिश्रा की आत्महत्या मामले में रोज खुलासे हो रहे है, इसमें जानकारी सामने आई कि पटवारी को जिस भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत बिलासपुर से उरगा तक बनने वाले एक्सप्रेस वे में भूमि अधिग्रहण और मुआवजा वितरण का आरोपी बनाया गया है उसका पैसा जमीन मालिकों को बांटा ही नहीं गया है.
भारतमाला प्रोजेक्ट में 73 जमीन मालिकों को नहीं बांटा मुआवजा
जिला प्रशासन ने सिर्फ भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया था इससे पहले ही यह बात सामने आ गई के 73 जमीन मालिकों में कई भूस्वामियों की जमीन का आकलन तय दर से ज्यादा किया गया है और यह मामला खुलते ही जिला स्तरीय कमेटी ने पुलिस के अधिकारियों को सौंप दी इसके बाद मामले में सबसे पहले मृतक पटवारी सुरेश मिश्रा को सस्पेंड किया गया और उनके खिलाफ तोरवा थाने में धोखाधड़ी के तहत जुर्म दर्ज कर लिया गया.
निलंबित पटवारी का किया था सुसाइड
इसी से डिप्रेशन में आकर मृतक पटवारी ने एक सुसाइड नोट लिखकर कई रसूखदारों के नाम लिखें और अपनी बहन के फार्म हाउस में खुदकुशी की घटना को अंजाम दे दिया. निलंबित पटवारी सुरेश मिश्रा ने RI, कोटवार समेत 3 लोगों का नाम लिखा है. साथ ही लिखा है- ‘मैं दोषी नहीं हूं…’
पटवारी संघ ने कार्रवाई की नाम
सोमवार को इस पूरे मामले में पटवारी संघ के लोगों ने पुलिस अधीक्षक से मुलाकात की है. पटवारी संघ के सह सचिव ब्रजेश राजपूत के नेतृत्व में पटवारी ने पुलिस से इस बात की मांग की है कि मृतक पटवारी सुरेश मिश्रा ने जिन रिवेन्यू के कर्मचारी और अधिकारियों का नाम लिखा है उन्हें पुलिस सार्वजनिक करें और इस पूरे मामले में सही तरीके से जांच हो. उन्होंने भी यह आरोप लगाया है कि जिला प्रशासन और पुलिस ने गलत तरीके से जांच की है जिसका शिकार पटवारी बने हैं.
जिला प्रशासन से हुई बड़ी चूक
रायपुर से धमतरी तक भारतमाला प्रोजेक्ट में जब घोटाला फूटा तब राज्य सरकार ने सभी जगह इसकी जांच की निर्देश दिए थे इसी दौरान बिलासपुर में भी जिला प्रशासन इसकी जांच करवाई. इनमें 73 जमीन मालिकों का नाम सामने आया इसके दस्तावेज विस्तार न्यूज़ के पास एक्सक्लूसिव तौर पर मौजूद है. इसमें ही गड़बड़ी और जांच की बात कहते हुए तहसीलदार और पटवारी के खिलाफ कार्यवाही की गई थी. जिस बात का अब हर क्षेत्र में विरोध हो रहा है.