छत्तीसगढ़ अंजोर विजन 2047: CM साय बोले-नक्सलवाद अंतिम सांस ले ले रहा, ओपी चौधरी ने बताया- किन क्षेत्रों पर रहेगा फोकस

विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, 'छत्तीसगढ़ कभी दंडकारण्य के नाम से जाना जाता था. वहां से यात्रा की शुरुआत हुई और प्रदेश निरंतर आगे बढ़ता गया.
CM Sai and Finance Minister OP Choudhary addressing the program.

कार्यक्रम को संबोधित करते CM साय और वित्त मंत्री ओपी चौधरी.

छत्तीसगढ़ अंजोर विजन 2047: छत्तीसगढ़ विजन 2047 डॉक्यूमेंट तैयार करने वाला देश का दूसरा राज्य बन गया है. छत्तीसगढ़ अंजोर विजन 2047 डॉक्यूमेंट विमोचन कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सीएम ने सभी अधिकारी और वित्त मंत्री का धन्यवाद दिया है. उन्होंने कहा कि एक लाख लोगों से चर्चा करके विजन डॉक्यूमेंट तैयार किया गया है.

‘विजन डॉक्यूमेंट मिल का पत्थर साबित होगा’

CM साय ने कहा, ‘प्रधानमंत्री के सामने भी हमने रेखांकांति किया था कि 2047 तक छत्तीसगढ़ के लिए हमने भी विजन डॉक्यूमेंट तैयार कर रहे हैं. जब हम विधायक थे हमारे जशपुर क्षेत्र में लोग भूख से मरे थे. विधानसभा की टीम जांच के लिए आए थे. डॉ रमन सिंह जब मुख्यमंत्री बने तक छत्तीसगढ़ से भूखे रहने की समस्या को खत्म किया गया. 15 साल से बीजेपी की सरकार है. तो यह कह सकते हैं जो भी यह विकास है वो भाजपा की देन है. आज दुनिया में भारत का मान सम्मान बढ़ा है.जब UPA की सरकार थी तो आर्थिक क्षेत्र में स्थिर थी. 2014 से आज भारत को 5वें स्थान पर ला कर रख दिया है. हमारा छत्तीसगढ़ बहुत तरक्की कर सकता है और यह विजन डॉक्यूमेंट मिल का पत्थर साबित होगा.

विजन डॉक्यूमेंट की 6 थीम है

वहीं कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने कहा, ‘विजन डॉक्यूमेंट की 6 थीम हैं. जिनमें कला संस्कृति आधारित पर्यटन, जुड़ता छत्तीसगढ़ इनलैंड लॉजिस्टिक्स, उन्नत उद्योग शामिल हैं. इनमें 3 थीम भौतिक इंफ्रास्ट्रक्चर, डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर और सुशासन, प्राइवेट इन्वेस्टमेंट पर सबसे ज्यादा काम किया जाएगा. 2047 तक हमारी जनसंख्या की वृद्धि 3 करोड़ से 3 करोड़ 70 लाख हो जाने की उम्मीद है. पिछले डेढ़ वर्षों में तीन राष्ट्रीय स्तर की संस्थाओं का आगमन हुआ है.. राष्ट्रीय स्तर की संस्थाओं को लाना हमारा मेजर टारगेट है. रोजगार आधारित उद्योग नीति पर भी काम हो रहा है. 2023 में जब हमारी सरकार बनी तब हमने निर्णय लिया कि हम विजन डॉक्यूमेंट का निर्माण करेंगे. भारत की विकास यात्रा के साथ छत्तीसगढ़ की विकास यात्रा हो. इसका ऐलान हमने सरकार के प्रथम बजट में किया था. छत्तीसगढ़ 2014 से 2024 तक 10 वे नंबर की अर्थव्यवस्था से पांचवी नंबर की अर्थव्यवस्था बन गया. अगले 5 साल में 5.67 लाख करोड़ की जीडीपी को 10 लाख करोड़ की पहुंचने का लक्ष्य है. 2047 तक हमारा 15 % की ग्रोथ का लक्ष्य है. ज्यादा से ज्यादा लोगों के विचार विमर्श करके इसको तैयार किया गया है. राष्ट्रीय नीति आयोग के साथ कई बैठकें की गई हैं. नागरिकों से एक लाख से अधिक सुझाव प्राप्त किए हैं.

‘अटल जी ने छत्तीसगढ़ राज्य ना बनाया होता तो आज हम बीमारू राज्य होते’

विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, ‘छत्तीसगढ़ कभी दंडकारण्य के नाम से जाना जाता था. वहां से यात्रा की शुरुआत हुई और प्रदेश निरंतर आगे बढ़ता गया. अटल जी ने छत्तीसगढ़ नहीं बनाया होता, आज भी हम बीमारू राज्य होते. छत्तीसगढ़ में मैंने मिट्टी का नेशनल हाईवे देखा. गरीबी से जहां मौत होती थी मैंने वह छत्तीसगढ़ देखा है. जहां थाने लूटे जाते थे ऐसा छत्तीसगढ़ मैंने देखा है. आज भी कनेक्टिविटी की चुनौती है जिसे दूर करना है. विकास के जो 13 बिंदू बताए गए उससे राज्य आगे बढ़ेगा. हमारे पास देश का 17 फीसदी संसाधन है. फिर भी छत्तीसगढ़ गरीब राज्य क्यों रहा. हमने अपने संसाधनों का वेल्यू एडिशन किया. स्किल डेवलपमेंट की दिशा में भी काम करने की जरूरत है. वर्तमान पीढ़ी पर छत्तीसगढ़ को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी है.

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