केरल से आए 4 सांसद और MLA पहुंचे दुर्ग जेल, ननों से मुलाकात के मुद्दे पर तकरार, आरोपों पर आया विजय शर्मा का बयान

Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के दुर्ग रेलवे स्टेश पर 2 ननों की गिरफ्तारी के मामले में बड़ा अपडेट है. दोनों नन से मिलने के लिए INDI गठबंधन के 5 डेलीगेट्स दुर्ग जेल पहुंचे. इस दौरान पूर्व CM भूपेश बघेल को आखिर क्यों दखल देनी पड़ी? पढ़ें पूरी खबर-
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दुर्ग जेल पहुंचे INDI गठबंधन के सदस्य

Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के दुर्ग रेलवे स्टेशन पर दो ननों की गिरफ्तारी का मामला बढ़ता जा रहा है. इस मामले में दिल्ली तक गूंज के बाद प्रदेश में भी हलचल तेज है. इस बीच 29 जुलाई को INDI गठबंधन के 4 सांसद और केरल के एक MLA रायपुर पहुंचे. रायपुर से 5 सदस्यों का डेलीगेशन दुर्ग जेल पहुंचा, जहां गिरफ्तार की गई दोनों ननों को रखा गया है. दोनों ननों से मुलाकात के पहले दुर्ग जेल में भी जमकर बवाल हुआ. इसकी जानकारी मिलते ही पूर्व CM भूपेश बघेल ने दखल की, जिसके बाद मामला शांत हुआ. जानें पूरा मामला-

5 सदस्यों का डेलीगेशन पहुंचा दुर्ग जेल

दुर्ग रेलवे स्टेशन पर तीन आदिवासी युवतियों के कंवर्जन के आरोप में गिरफ्तार हुई 2 ननों से मिलने के लिए INDI गठबंधन के 5 सदस्य छत्तीसगढ़ पहुंचे. इनमें 4 सांसद और 1 केरल MLA शामिल रहे. सभी गिरफ्तार की गई दो मलयाली ननों से मिलने के लिए दुर्ग जेल पहुंचे.

भूपेश बघेल का दखल

प्रदेश के पूर्व CM भूपेश बघेल ने बताया कि केरल से INDI गठबंधन के 5 सदस्यों का डेलीगेशन दुर्ग पहुंचा. डेलीगेशन को ननों से मिलने के लिए दोपहर 12.30 बजे का समय दिया गया था, लेकिन उन्हें तय समय पर ननों से मिलने नहीं दिया गया. इसे लेकर डेलीगेट्स ने विरोध भी किया, लेकिन फिर भी जेल प्रबंधन नहीं माना. इस बात की जानकारी मिलने पर वह जेल पहुंचे और डेलीगेट्स के लिए बात की. उनके हस्तक्षेप के बाद 5 सदस्यों के डेलीगेट्स को दोनों नन से जेल में मिलने दिया गया.

कल दिल्ली में गूंजेगा मुद्दा

दोनों नन से मुलाकात के बाद बाहर आए INDI गठबंधन के 5 सदस्यों के डेलीगेशन ने मीडिया से बात करते हुए बताया- ‘हम केरल के 3 MP, 1 MLA और सप्तगिरि ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के 1 सदस्य का ऑफिशियल डेलिगेशन दोनों नन सिस्टर से मिलने के लिए आया. हमको दोपहर 12.30 बजे का टाइम दिया गया था, लेकिन BJP का डेलिगेशन आने के बाद हमको मिलने दिया गया. जब पूर्व भूपेश बघेल ने यहां इंटरफेयर किया तब हमको नन से मिलने का मौका मिला. दोनों नन 3 यंग लेडिज को काम के लिए रेलवे स्टेशन लेने आई थीं. उस समय बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया और धर्मांतरण का केस किया. उनके साथ जेल में हरासमेंट किया. हम एक रिपोर्ट देंगे और सदन में यह मुद्दा उठेगा. केरल के दोनों नन हैं. उनके साथ जो भी घटना हुई है, उन्होंने हमें बता दिया है. हम उसे लीडरशीप के सामने रखेंगे और बेल का मामला कोर्ट में है. हम लीगल रूट अपनाएंगे. ‘

दोनों नन से नहीं मिले भूपेश बघेल

दुर्ग जेल पहुंचे पूर्व CM भूपेश बघेल ने कहा- ‘दो नन की असंवैधानिक तरीके से गिरफ्तारी का मामला है. इस संबंध में AICC महासचिव केसी वेणुगोपाल ने प्रधानमंत्री और सीएम विष्णु देव साय को पत्र लिखा है. साथ ही लोकसभा में इसे उठाया. केरल से सांसद और विधायकों का प्रतिनिधिमंडल मिलने आया था, लेकिन उन्हे बोल दिया गया कि कल आना. इस बात की जानकारी मिलने पर मैं जेल पहुंचा और प्रबंधन से बात की. अगर मिलने नहीं देते तो हम धरने पर बैठ जाते.’

‘BJP की राजनीति है अल्पसंख्यकों को टारगेट करो…’

उन्होंने आगे कहा- ‘मैं दोनों नन से मिलने नहीं आया था. पहले से समय लेने के बाद भी सांसदों को नहीं मिलने दिया गया इसलिए मैं आया. यह BJP की राजनीति है कि अलपसंख्यकों को टारगेट करो, जिससे बहुसंख्यक का वोट मिले.’

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विजय शर्मा ने आरोपों का किया खंडन

INDI गठबंधन के सांसद द्वारा दुर्ग जेल में केरल की ननों से मिलने के मामले पर आरोप का उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने खंडन किया है. इस मुलाकात को लेकर उन्होंने कहा- ‘मैंने खुद ही बात करके उनकी मुलाकात की व्यवस्था कराई. अगर वे इस पर धरना दे रहे हैं, तो वे शुद्ध राजनीति कर रहे हैं, वे नकारात्मक राजनीति कर रहे हैं और जबरदस्ती का भ्रम फैलाने का काम कर रहे हैं. मैं इसकी कड़ी आलोचना करता हूं. मैंने जेल प्रशासन से बात की और उनकी मुलाकात कराई. अगर इसके बाद कोई आरोप लगाता है, तो यह गलत है.’

भारी फोर्स तैनात

बता दें कि केरल से आए INDI गठबंधन के डेलीगेट्स के दुर्ग जेल पहुंचने से पहले भारी पुलिस बल मौके पर तैनात किया गया था.

क्या है पूरा मामला?

मामला छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले का है. 25 जुलाई 2025 को दुर्ग रेलवे स्टेशन पर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कंवर्जन (धर्मांतरण) की आशंका जताते हुए जमकर प्रदर्शन किया था. बजरंग दल के कार्यकर्ताओं का आरोप था कि दो नन सिस्टर और एक युवक ने छत्तीसगढ़ की तीन आदिवासी युवतियों को बहला-फुसलाकर उत्तर प्रदेश के आगरा ले जा रहे थे, जहां उनके कंवर्जन की योजना थी. इस हंगामे की जानकारी मिलते ही GRP मौके पर पहुंची. इस दौरान पुलिस ने मौके से दो नन और युवक को धर्मांतरण के आरोप में गिरफ्तार कर लिया.

2 नन की गिरफ्तारी से सियासी बवाल

दुर्ग में GRP द्वारा गिरफ्तार की गईं दोनों नन मलयाली हैं. वह ग्रीन गार्डन्स धार्मिक समुदाय की नन हैं. दोनों की गिरफ्तारी को लेकर सियासी बवाल मच गया है. इस मामले में केरल के CM पिनाराई विजयन ने दोनों नन की रिहाई के संबंध में PM नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है. वहीं, AICC महासचिव ने वेणुगोपाल ने छत्तीसगढ़ के CM विष्णु देव साय को पत्र लिखा है. इसके अलावा 28 जुलाई को लोकसभा के बाहर इसे लेकर UDF के सांसदों ने विरोध किया. वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है.

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