ऑपरेशन के बीच रायपुर पहुंचा नक्सल पीड़ित परिवार, राज्यपाल और CM साय से मिलकर की अभियान जारी रखने की मांग

CG News: बीजापुर के कुर्रेगुट्टा की पहाड़ियों में पिछले 10 दिनों से नक्सल अभियान चल रहा है. वहीं नक्सलियों के शांति वार्ता को लेकर भी सियासत हो रही है. आज रायपुर पहुंचे नक्सल पीड़ितों ने इस अभियान को जारी रखने की मांग की है.
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राज्यपाल और CM से मिले नक्सल पीड़ित

CG News: छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ सबसे बड़ी लड़ाई चल रही है. बीजापुर के पहाड़ियों में 11 दिनों से ऑपरेशन चल रहा है. जवानों का ये एंटी नक्सल ऑपरेशन कितना बड़ा है. इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि. ऑपरेशन को रोकने के लिए नक्सलियों ने दो बार पत्र लिख दिया. तेलंगाना के पूर्व सीएम KCR भी इस ऑपरेशन को रोकने की गुहार लगा रहे हैं. मानव अधिकार कार्यकर्ता भी बचाव में बयान दे रहे हैं, लेकिन यह ऑपरेशन रुकने वाला नहीं है. क्योंकि अब बस्तर से आए नक्सल हिंसा पीड़ितों ऑपरेशन नहीं रोकने के लिए सरकार से गुहार लगाई है.

नक्सल पीड़ित परिवार ने की ऑपरेशन जारी रखने की मांग

आज बस्तर अंचल से आए नक्सल हिंसा पीड़ितों के प्रतिनिधिमंडल ने सौजन्य भेंट कर मांग की है. मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और राज्यपाल रामेन डेका से बस्तर अंचल से आए नक्सल हिंसा पीड़ितों के प्रतिनिधिमंडल ने भेट की. प्रतिनिधिमंडल में सुकमा, बीजापुर, कांकेर सहित बस्तर संभाग के विभिन्न क्षेत्रों के वे नक्सल हिंसा पीड़ित शामिल थे, जिन्होंने नक्सली हिंसा के कारण अपनों को खोया है प्रतिनिधिमंडल ने ज्ञापन सौंपते हुए कुर्रेगुट्टा की पहाड़ियों में चल रहे नक्सल विरोधी अभियान को निर्णायक मोड़ तक पहुंचने की अपील की. ही साथ उन्होंने नक्सलवाद का समर्थन कर रहे हैं लोगो UAPA के तहत कार्रवाई की मांग.

CM विष्णु देव साय ने किया समर्थन

यह एक ज्ञापन लेकर राज्यपाल के पास पहुंचे जिसमें लिखा था कि नक्सलियों ने ग्रामीणों की जिंदगी को बुरी तरह से बर्बाद किया है. ऐसे लोगों को छोड़ना नहीं चाहिए उनके खिलाफ सख्त एक्शन होना चाहिए। प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने भी ग्रामीणों का समर्थन करते हुए कहा है कि उनकी मांग जायज है और माओवादियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग ग्रामीणों ने की है.

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने प्रतिनिधिमंडल की बातों को गंभीरता से सुना और आश्वस्त दिया और कहा कि कुर्रेगुट्टा में चलाया जा रहा सुरक्षा अभियान निर्णायक चरण में है. सरकार किसी भी कीमत पर नक्सल उन्मूलन अभियान को पूर्ण करेगी ताकि बस्तर के विकास को गति मिले.

CM रेवंत रेड्डी ने की थी अभियान रोकने की मांग

जिस वक्त छत्तीसगढ़ नक्सलियों के टॉप कैडर को पहाड़ों पर चौतरफा घेर रखा है. ऐसे समय में पड़ोसी राज्य तेलंगाना छत्तीसगढ़ का साथ नहीं दे रहा है. और अभियान से लगातार किनारा बनाते हुए दिखाई दे रहा है. यहां तक की तेलंगाना की कांग्रेस सरकार ने शांति वार्ता समिति बना दी है. शांति वार्ता समिति में दुर्गा प्रसाद, प्रो. हर गोपाल, प्रो. अनवर खान और संयोजक न्यायमूर्ति चंद्रकुमार समेत अन्य सदस्यों शामिल है. समिति ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी से बातचीत की है. इसमें शांति वार्ता के लिए पहल करने और नक्सल अभियान को रुकवाने पर जोर दिया है. समिति के सदस्यों ने इस बैठक में मुख्यमंत्री से कर्रेगुट्टा में युद्ध विराम के लिए केंद्र पर दबाव डालने को कहा है.

नक्सलियों की तरफ हमदर्दी रखने वाले कुछ संगठन के लोगों ने नक्सलियों और सरकार से वार्ता की पेशकश की है. दूसरी तरफ बीजापुर में सरकार का एक्शन जारी है, इन कवायदों से सरकार ने बड़ा इशारा दिया है कि अब नक्सलियों को माफ करने की बजाय उन्हें साफ करने के मूड में सरकार आ चुकी है.

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