राजनांदगांव में युवा कांग्रेस का प्रदर्शन, स्कूल में छत्तीसगढ़ महतारी की तस्वीर नहीं होने पर विरोध, उपराष्ट्रपति के कार्यक्रम में विरोध की दी चेतावनी
छत्तीसगढ़ महतारी की तस्वीर को लेकर युवा कांग्रेस का प्रदर्शन
CG News: छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक पहचान को लेकर सोमवार को युवा कांग्रेस ने जोरदार प्रदर्शन किया. कार्यकर्ता छत्तीसगढ़ महतारी की तस्वीर लेकर स्टेट स्कूल पहुंचे और वहां तस्वीर न होने पर विरोध जताया. उन्होंने पैदल मार्च निकालकर स्कूल में छत्तीसगढ़ महतारी की तस्वीर स्थापित की और पूजा-अर्चना की. युवा कांग्रेस ने चेतावनी दी कि यदि आगामी उपराष्ट्रपति के कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ महतारी की तस्वीर नहीं लगाई गई, तो वे उसका पुरजोर विरोध करेंगे.
छत्तीसगढ़ महतारी राज्य की सांस्कृतिक और भावनात्मक पहचान का प्रतीक – युवा कांग्रेस
युवा कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि छत्तीसगढ़ महतारी राज्य की सांस्कृतिक और भावनात्मक पहचान का प्रतीक है. म्युनिसिपल स्कूल जैसे सार्वजनिक संस्थानों में उनकी तस्वीर का न होना राज्य की अस्मिता का अपमान है. एक कार्यकर्ता ने कहा कि हमने देखा कि स्कूल में छत्तीसगढ़ महतारी की तस्वीर कहीं नहीं है. यह हमारी संस्कृति और गौरव के साथ खिलवाड़ है. प्रदर्शनकारी पैदल मार्च करते हुए स्कूल पहुंचे, जहां उन्होंने तस्वीर स्थापित की और सामूहिक पूजा-पाठ किया. इस दौरान स्थानीय लोग भी उनके समर्थन में शामिल हुए.
सांस्कृतिक प्रतीकों को लेकर पहले भी हुए विवाद
पुरानी खबरों के आधार पर छत्तीसगढ़ में सांस्कृतिक प्रतीकों को लेकर विवाद कोई नया नहीं है. जुलाई 2023 की एक रिपोर्ट में बिलासपुर में छत्तीसगढ़ महतारी की तस्वीर को लेकर विवाद हुआ था, जहां स्थानीय संगठनों ने स्कूलों और सरकारी दफ्तरों में तस्वीर लगाने की मांग की थी. राजनांदगांव में भी यह मुद्दा समय-समय पर उठता रहा है. मार्च 2024 की एक खबर के अनुसार रायपुर के एक स्कूल में छत्तीसगढ़ी संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित किए गए थे, लेकिन तस्वीरों की अनुपस्थिति पर सवाल उठे थे.
युवा कांग्रेस ने इस मुद्दे को गंभीरता से लिया है, खासकर तब जब म्युनिसिपल स्कूल में उपराष्ट्रपति के आगामी दौरे की तैयारियां चल रही हैं. कार्यकर्ताओं का कहना है कि यदि इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ महतारी की तस्वीर को सम्मानजनक स्थान नहीं दिया गया, तो वे उग्र प्रदर्शन करेंगे. एक नेता ने कहा, “यह केवल तस्वीर की बात नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ की अस्मिता और गर्व की बात है. हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे.”
स्कूल प्रबंधन मामले की जांच करेगा
स्थानीय प्रशासन ने इस प्रदर्शन पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन स्कूल प्रबंधन ने कहा कि वे इस मामले की जांच करेंगे. कुछ शिक्षकों ने निजी तौर पर बताया कि तस्वीर लगाने की व्यवस्था पहले नहीं थी, लेकिन अब इस पर विचार किया जाएगा. दूसरी ओर, स्थानीय लोगों का कहना है कि स्कूलों में छत्तीसगढ़ी संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए केवल तस्वीरें ही नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ी भाषा और परंपराओं को पाठ्यक्रम में भी शामिल करना चाहिए.
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उपराष्ट्रपति के कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ महतारी की तस्वीर नहीं होने पर होगा प्रदर्शन – युवा कांग्रेस
युवा कांग्रेस ने यह भी मांग की कि सभी सरकारी और शैक्षणिक संस्थानों में छत्तीसगढ़ महतारी की तस्वीर अनिवार्य रूप से लगाई जाए. उन्होंने इस मुद्दे को विधानसभा तक ले जाने की बात कही है. प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने छत्तीसगढ़ी गीत और नारे लगाए, जिससे माहौल उत्साहपूर्ण रहा.
यह घटना राजनांदगांव में सांस्कृतिक जागरूकता और राजनीतिक सक्रियता का प्रतीक बन गई है. यदि प्रशासन ने जल्द इस मांग पर ध्यान नहीं दिया, तो आंदोलन और तेज होने की संभावना है. विशेषज्ञों का मानना है कि सांस्कृतिक प्रतीकों को लेकर इस तरह के प्रदर्शन छत्तीसगढ़ में स्थानीय भावनाओं को मजबूती प्रदान करते हैं. युवा कांग्रेस ने स्पष्ट कर दिया है कि उपराष्ट्रपति के कार्यक्रम में तस्वीर न लगने पर वे सड़कों पर उतरने से नहीं हिचकेंगे.