Bihar Election 2025: बिहार में विधानसभा चुनाव के लिए शंखनाद हो गया है. चुनाव के पहले सभी राजनीतिक दल अपना-अपना दम दिखाते नजर आ रहे है. वहीं छत्तीसगढ़ के CM विष्णु देव साय समेत अन्य नेता बिहार पहुंच चुके हैं. वहीं CM साय ने बिहार चुनाव को लेकर कहा कि NDA के पक्ष में माहौल है.
Naxal Surrender: लाल आतंक अपनी आखिरी सांसे गिन रहा है. लगातार नक्सल संगठन टूटते जा रहा है. नक्सली कमांडर सोनू दादा, प्रभाकर समेत कई बड़े नक्सलियों ने सरेंडर कर दिया है. वहीं अब अगले 15 घंटे में जगदलपुर में नक्सलियों के मेगा सरेंडर कार्यकम होने वाला है.
Naxal Operation: ओडिशा के मलकानगिरी पुलिस को नक्सल विरोधी अभियान में एक बड़ी सफलता मिली है, विशेष सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर डीवीएफ के जवानों ने कालीमेला थाना क्षेत्र के धूमल और चिलकलामुडी रिजर्व फॉरेस्ट इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया.
Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के राशनकार्ड धारकों के लिए जरूरी खबर है. राज्य सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए करीब 32 लाख राशन कार्ड रद्द कर दिए हैं. इन्हें अब नवंबर से राशन नहीं मिलेगा.
Bihar Election 2025: आज सीएम विष्णु देव साय बिहार दौरे पर रहेंगे जहां वे पार्टी के लिए चुनावी सभाओं में हिस्सा लेंगे
CG Vyapam Exam: छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल ने साल 2026 में आयोजित होने वाली परीक्षाओं का कैलेंडर जारी किया है. व्यापमं द्वारा जारी परीक्षाएं अप्रैल से दिसम्बर तक होगी.
Raipur: राजधानी रायपुर के हजारों घरों में आज यानि 16 अक्टूबर की शाम पानी नहीं मिलेगा. नगर निगम जल विभाग ने यह जानकारी देते हुए बताया कि शहर की 42 प्रमुख जल टंकियों से जलप्रदाय शाम के समय बंद रहेगा.
CG News: वहीं इसे लेकर दुर्ग सांसद विजय बघेल द्वारा पूर्व CM भूपेश बघेल के निर्वाचन के समय आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में लगाई गई याचिका पर हाईकोर्ट का फैसला कभी आ सकता है. इस पूरे विषय को लेकर दुर्ग सांसद विजय बघेल ने कहा है कि उन्हें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है.
Naxal Surrender: आज महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में CM देवेंद्र फडणवीस के सामने नक्सली नेता मल्लौजुला वेणुगोपाल राव (उर्फ भूपति / सोनू दादा) भूपति, प्रभाकर समेत 60 नक्सलियों के साथ सरेंडर किया. इसके बाद अब कांकेर में बड़े नक्सली लीडर राजू सलाम ने सरेंडर कर दिया है.
Chhattisgarh Culture 2025: छत्तीसगढ़ी में दिवाली पास आते ही सुवा गीत और नृत्य की रौनक देखते ही बनती है. जब महिलाओं की टोली सुआ गीत गाने निकलती है. यहां तोता को सुआ कहा जाता है, यह सुआ नृत्य केवल महिलाओं द्वारा किया जाता है, जिसमें अक्सर गोंड आदिवासी समुदाय की महिलाएं शामिल होती हैं.