राकेश कुमार

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राकेश कुमार विस्तार न्यूज़ में वरिष्ठ उप संपादक सह संवाददाता के पद पर हैं. यहां वो डेटा स्टोरीज, एक्सप्लेनर के अलावा इन डेप्थ खबरों पर काम करते हैं. माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय से मास कम्युनिकेशन में मास्टर्स डिग्री हासिल कर चुके राकेश को रिसर्च में इंटरेस्ट है. इन्हें राजनीति के अलावा बिजनेस, मनोरंजन और लीगल न्यूज स्टोरीज पर काम करना पसंद है. काम के इतर बात करें, तो राकेश को खाली वक्त में फिल्में, क्रिकेट खेलने और किताब पढ़ने में मजा आता है. पूर्व में राकेश सहारा समय नेशनल न्यूज़ चैनल, फीवर FM, APN न्यूज़ और भारत एक्सप्रेस जैसे संस्थानों से जुड़े थे.

Supreme Court

“सबकुछ फ्री मिल रहा है इसलिए तो काम नहीं करना चाहते हैं लोग…”, चुनावों से पहले मुफ्त के ऐलानों पर भड़का सुप्रीम कोर्ट

सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा कि मुफ्त योजनाएं भले ही गरीबों की मदद करती हैं, लेकिन यह भी जरूरी है कि लोग इन योजनाओं का लाभ लेने के बजाय अपने प्रयासों से खुद को आत्मनिर्भर बनाएं. अगर लोग काम करेंगे तो न केवल उनकी स्थिति सुधरेगी, बल्कि देश की प्रगति में भी योगदान मिलेगा.

Maha Kumbh 2025

अब बेफिक्र पहुंचें महाकुंभ, इन रूटों पर नहीं है जाम, प्रशासन ने की है खास तैयारी

मध्य प्रदेश से आने वाले कई श्रद्धालुओं को प्रयागराज से 200 किलोमीटर पहले ही रोककर ट्रैफिक की स्थिति बताई गई, लेकिन उनकी आस्था के आगे यह अवरोध भी टिक नहीं पाया.

Kapil Mishra

“केजरीवाल गैंग ने विधानसभा में किया था हिंसा का नंगा नाच…”, 8 साल बाद Kapil Mishra ने क्यों खोली पुरानी किताब?

आज से आठ साल पहले जो मुद्दा था, वह अब भी दिल्ली की राजनीति में चर्चा का विषय बना हुआ है. 2025 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को झटका लगा है. पार्टी 62 सीटों से सीधे 22 सीटों पर आ गई है. वहीं कपिल मिश्रा करावल नगर सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव भी जीत चुके हैं.

Ravidas Jyanati 2025

“मन चंगा, तो कठौती में गंगा…”, क्यों लिखी गई थी ये कहावत? संत रविदास की चमत्कारी कहानी

राजा ने ब्राह्मण को बुलाया और कहा, "अगर तुम दूसरा कंगन नहीं लाए, तो तुम्हें दंड मिलेगा." ब्राह्मण अब संकट में था. वह घबराया हुआ, सोचने लगा, "अब दूसरा कंगन कहां से लाऊं?" डरते हुए, वह संत रविदास के पास पहुंचा और सारी बात बताई.

Acharya Satyendra Das

34 सालों तक की रामलला की सेवा, बस 100 रुपये तनख्वाह…श्रद्धा, समर्पण और संघर्ष की मिसाल थे आचार्य सत्येंद्र दास

1992 में बाबरी मस्जिद के विध्वंस के समय, आचार्य सत्येंद्र दास रामलला की मूर्ति की रक्षा करने में आगे आए थे. वह उस समय रामलला की मूर्ति के पास खड़े हो गए थे, ताकि कोई नुकसान न पहुंचा सके.

प्रतीकात्मक तस्वीर

लहू से लाल हुई केसर की क्यारी, जम्मू-कश्मीर में LoC के पास IED ब्लास्ट में 2 जवान शहीद, एक घायल

विस्फोट के बाद सेना के अधिकारियों ने बिना समय गंवाए अतिरिक्त बल मौके पर भेजे. घायल सैनिकों को अस्पताल पहुंचाने के साथ ही आतंकवादियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन भी शुरू कर दिया गया. सेना के जवानों ने आतंकवादियों की तलाश में इलाके को घेर लिया, लेकिन अभी तक कोई बड़ी सफलता नहीं मिली है.

Stock Market

शेयर बाजार में भूचाल, निवेशकों के 17 लाख करोड़ स्वाहा, जानिए कब तक होगा ‘ट्रंप थ्रेट’ का असर

निफ्टी भी इस गिरावट से अछूता नहीं रहा. 4 फरवरी के बाद से निफ्टी ने 3.17% तक की गिरावट देखी है. पिछले मंगलवार को निफ्टी 394.95 अंक गिरकर 22,986.65 पर पहुंच गया था. 5 दिनों से निफ्टी लगातार गिरावट की ओर बढ़ रहा है और निवेशकों के लिए यह चिंता का विषय बन चुका है.

CM मोहन यादव

मध्य प्रदेश बनेगा इन्वेस्टमेंट का नया हब! 12 फरवरी को दिल्ली में देश-विदेश के निवेशकों को आमंत्रित करेंगे CM मोहन यादव

कार्यक्रम की शुरुआत सीआईआई नॉर्दर्न रीजन के चेयरमैन माधवकृष्ण सिंघानिया के स्वागत संबोधन से होगी. इसके बाद, एक खास वीडियो प्रेजेंटेशन दिया जाएगा, जिसमें ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2025 की प्रमुख झलकियां दिखाई जाएंगी.

अरविंद केजरीवाल

आग में हाथ जलाना नहीं चाह रहेंगे केजरीवाल! नहीं लेंगे पंजाब के CM बनने का जोखिम

पंजाब के मुख्यमंत्री बनने का सवाल अरविंद केजरीवाल के सामने इस समय एक बड़ा राजनीतिक दांव है, लेकिन यह माना जा रहा है कि वह आग में हाथ जलाने की जोखिम नहीं लेंगे. पंजाब की वर्तमान स्थिति को देखते हुए, जहां कानून व्यवस्था, ड्रग माफिया और महिला कल्याण जैसे मुद्दे पार्टी के लिए सिरदर्द बन चुके हैं, केजरीवाल के लिए पंजाब की कमान संभालना कोई आसान काम नहीं होगा.

Arvind Kejriwal and Bhagwant Mann

राजधानी गई, अब पंजाब पर नजर…क्या अब दूसरे राज्य के सीएम बनना चाहते हैं केजरीवाल? समझिए मान को दिल्ली बुलाने के मायने

पंजाब में AAP के मुख्यमंत्री भगवंत मान की सरकार है, लेकिन अंदरखाने में कुछ गंभीर राजनीतिक समीकरण बदल रहे हैं, और यही वजह है कि केजरीवाल के पंजाब के मुख्यमंत्री बनने की चर्चाएं तेज हो रही हैं.

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