एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) की रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली के 70 निर्वाचित विधायकों में से 31 के खिलाफ आपराधिक मामले हैं, जिसमें 17 विधायक गंभीर आरोपों का सामना कर रहे हैं. इन आरोपों में हत्या के प्रयास और महिलाओं के खिलाफ अपराध जैसे गंभीर मामले शामिल हैं.
अब अगर आपका आधार पुराना है और आपने अपडेट नहीं कराया, तो आपके लिए बुरी खबर ये है कि फरवरी के महीने में अगर आपने ये काम नहीं किया, तो न सिर्फ आपका खाता बंद हो सकता है, बल्कि आपको जुर्माना भी देना पड़ सकता है.
मोनालिसा के फिल्मी करियर की शुरुआत होते ही सोशल मीडिया पर उनकी कुछ तस्वीरें और वीडियो फिर से वायरल हो गए हैं. इनमें से एक वीडियो को खासतौर पर बहुत शेयर किया जा रहा है, जिसमें एक युवती ब्लैक ड्रेस पहने पैपराजी के सामने पोज देती हुई नजर आ रही है.
राजेश खन्ना की सफलता की कहानी हर किसी को प्रेरित करती है, लेकिन उनका स्टारडम सिर्फ फिल्मी पर्दे तक ही सीमित नहीं था. वह असल जिंदगी में भी एक रोल मॉडल थे. बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन ने भी इस बात का जिक्र किया कि उस वक्त राजेश खन्ना इतने बड़े स्टार थे कि उनके पास आना-जाना, उनसे मिलना, यह सब एक खास अनुभव माना जाता था.
सोचिए, जाम में फंसी गाड़ी और पेट्रोल खत्म! अब क्या करें? सबसे पहले तो चिंता की कोई बात नहीं है. आप अगर जाम में फंसे हुए हैं और पेट्रोल खत्म हो जाए, तो तुरंत आपातकालीन सहायता केंद्र से मदद ले सकते हैं.
पीएम मोदी ने टाइम मैनेजमेंट के मंत्र भी दिए. उन्होंने कहा, “आज का छात्र वही है जो अपने वक्त की क़ीमत समझे.” उन्होंने कहा कि परीक्षा का तनाव असल में हमारी मानसिकता का नतीजा है. अगर आप खुद को शांत रखते हुए अपना ध्यान सिर्फ अपने लक्ष्य पर केंद्रित करें, तो तनाव अपने आप गायब हो जाएगा.
27 साल बाद दिल्ली में सत्ता पाने के बाद बीजेपी इस बार बड़े फैसले लेने जा रही है. लेकिन सवाल यह है कि यह बड़ा फैसला किसके पक्ष में जाएगा? क्या बीजेपी दिल्ली में जाट, पंजाबी, पूर्वांचल, पहाड़ी, या महिला को मौका देगी?
अब बात करते हैं इंडिया गठबंधन के भविष्य की, जिसे दिल्ली चुनाव के बाद से लेकर कई बार सवालों के घेरे में देखा गया है. कांग्रेस और AAP के बीच के संघर्ष ने इस गठबंधन की एकजुटता और सामूहिक लक्ष्य को पूरी तरह से चुनौती दी है. जब दो प्रमुख दल आपस में लड़ रहे थे, तो भाजपा को इस लड़ाई में आसानी से फायदा हुआ और उसका राजनीतिक ग्राफ बढ़ा.
7 फरवरी से ही साधु-संतों का काशी की ओर रुख करना शुरू कर दिया है. ये साधु-संत महाशिवरात्रि तक काशी के विभिन्न घाटों पर प्रवास करेंगे. इन घाटों का विशेष महत्व है, जैसे निरंजनी घाट, महानिरवानी घाट, जूना घाट आदि. यहां पर अलग-अलग अखाड़े के साधु-संत अपने-अपने नाम से प्रसिद्ध स्थानों पर ठहरते हैं और वहां भगवान शिव की आराधना करते हैं.
एन. बीरेन सिंह का इस्तीफा एक ऐसे समय में आया है जब मणिपुर विधानसभा सत्र 10 फरवरी से शुरू होने जा रहा है. इस सत्र में उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की अटकलें थीं. इसके अलावा, मुख्यमंत्री और उनके कुछ मंत्रियों के इंफाल से बाहर जाने के बाद यह अफवाहें भी उड़ीं कि वे दिल्ली बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करने गए हैं.