राकेश कुमार

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राकेश कुमार विस्तार न्यूज़ में वरिष्ठ उप संपादक सह संवाददाता के पद पर हैं. यहां वो डेटा स्टोरीज, एक्सप्लेनर के अलावा इन डेप्थ खबरों पर काम करते हैं. माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय से मास कम्युनिकेशन में मास्टर्स डिग्री हासिल कर चुके राकेश को रिसर्च में इंटरेस्ट है. इन्हें राजनीति के अलावा बिजनेस, मनोरंजन और लीगल न्यूज स्टोरीज पर काम करना पसंद है. काम के इतर बात करें, तो राकेश को खाली वक्त में फिल्में, क्रिकेट खेलने और किताब पढ़ने में मजा आता है. पूर्व में राकेश सहारा समय नेशनल न्यूज़ चैनल, फीवर FM, APN न्यूज़ और भारत एक्सप्रेस जैसे संस्थानों से जुड़े थे.

LIVE: हाथरस में कंटेनर और मैजिक की जोरदार टक्कर, 7 सवारियों की मौत, सीएम योगी ने किया मुआवजे का ऐलान

लोकसभा में भी स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है, जहां विपक्षी सांसदों ने विभिन्न मुद्दों को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. इस विरोध प्रदर्शन के कारण कई बार कार्यवाही स्थगित की गई है और सत्र का संचालन प्रभावित हो रहा है.

mamata banerjee rahul gandhi

“कांग्रेस देखे अपनी हालत, मैं INDIA ब्लॉक की कमान संभालने को तैयार हूं…”, ममता बनर्जी ने ऐसा क्यों कहा?

टीएमसी ने जहां अपने उपचुनावों में शानदार जीत हासिल की है, वहीं कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों को एक-एक कर मुंह की खानी पड़ी. जब कांग्रेस के उम्मीदवारों ने अपनी जमानत तक खो दी, तो ममता ने यह साफ कर दिया कि उन्हें अपनी पार्टी की बढ़ती ताकत और BJP के खिलाफ एक सशक्त विपक्ष की जरूरत है.

अजित पवार

अजित पवार की संपत्ति नहीं है बेनामी, लेकिन सियासी पर्दे के पीछे कुछ और है कहानी!

अजित पवार के खिलाफ उठाए गए बेनामी संपत्ति के आरोपों को खारिज करना, केवल एक कानूनी निर्णय नहीं है, बल्कि राजनीति में चल रहे जटिल खेल का हिस्सा भी हो सकता है.

कांग्रेस के दिग्गज

क्यों बार-बार हार रही है कांग्रेस, क्या है फॉर्मूला? दिल्ली विधानसभा चुनाव की तैयारियों से समझिए!

कांग्रेस की पुरानी आदत हरियाणा और महाराष्ट्र में कांग्रेस की हार के बाद पार्टी के अंदर गंभीर चर्चा हुई. लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने हार का जिम्मा राज्य इकाइयों पर डाल दिया. पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व हमेशा से चुनावी रणनीतियों और टिकटों के चयन में खुद का दखल देता है, लेकिन हारने के बाद जिम्मेदारी राज्य नेताओं पर डाल दी जाती है.

Powerful Bows

पिनाक से लेकर गांडीव तक…एक लाख अस्त्रों के बराबर था महाभारत के इस योद्धा का धनुष

Powerful Bows: किसी भी महाकाव्य में जब युद्ध और वीरता की बात होती है, तो धनुष और बाण का उल्लेख स्वाभाविक रूप से आता है. प्राचीन भारत के त्रेता और द्वापर युग में धनुषों का विशेष स्थान था. ये सिर्फ अस्त्र नहीं थे, बल्कि महाकाव्यिक घटनाओं के गवाह थे. इन शक्तिशाली धनुषों का उपयोग महान […]

प्रतीकात्मक तस्वीर

अरे गजब! बिहार में 138 बच्चों का बाप निकला ‘मुन्ना कुमार’, वोटर लिस्ट देख हैरान हैं लोग

तिरहुत स्नातक उपचुनाव के लिए हाल ही में वोटर लिस्ट जारी की गई थी, जिसमें औराई प्रखंड के बूथ संख्या 54 पर करीब 724 मतदाता थे. लेकिन जब लिस्ट देखी गई, तो उसमें 138 मतदाताओं के पिता का नाम "मुन्ना कुमार" दर्ज था.

अल पचिनो, अल्लू अर्जुन

अल पचिनो से अल्लू अर्जुन तक…माफिया रोल्स और ‘तगड़े मर्दों’ को क्यों पसंद कर रहे हैं दर्शक?

फिल्मी दुनिया को करीब से जानने वाले लोगों ने समय-समय पर कई बातें कही हैं. इन जानकारों के मुताबिक, इटली में 1930 के दशक में माफिया पर आधारित फिल्में बनाई गईं, लेकिन 1970 से 2000 के बीच इन फिल्मों का एक सिलसिला शुरू हुआ, जिसने दर्शकों के बीच माफिया फिल्मों को एक अलग पहचान दिलाई.

Satellite Broadband

न आंधी रोक पाएगी न बारिश…देश में होने जा रही है सैटेलाइट इंटरनेट की एंट्री, जानिए कैसे बदलने वाली है टेलीकॉम सेक्टर की तस्वीर

यहां पर एक पेच फंसा हुआ है. सैटेलाइट ब्रॉडबैंड सर्विस के लिए स्पेक्ट्रम (जिसका मतलब है, इंटरनेट के लिए जरूरी एयरवेव्स) का आवंटन कैसे किया जाएगा? TRAI इस पर 15 दिसंबर तक फैसला लेने वाला है.

Maharashtra Politics

महायुति में पोर्टफोलियो बंटवारे को लेकर तनाव… BJP के इस फॉर्मूले से शिंदे-पवार रह जाएंगे हक्का-बक्का!

Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में राजनीति अब एक नई दिशा में बढ़ती दिखाई दे रही है, जहां मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के पद पर विवाद तो खत्म हो गया, लेकिन अब मंत्रिमंडल में पदों के बंटवारे को लेकर घमासान मचने की संभावना है. देवेंद्र फडणवीस ने सीएम पद पर कब्जा किया है, और यह कोई अचरज की […]

संसद में नोट कांड

कभी कुलस्ते ने लहराई थी नोटों की गड्डियां, अब सिंघवी पर लगे आरोप…संसद में कब-कब चला पैसों का ‘खेल’?

हम 2008 की गर्मियों में वापस चलते हैं, जब संसद में एक और गंभीर घटना घटी थी. लोकसभा में तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह की सरकार के खिलाफ विश्वास मत प्रस्ताव को लेकर बहस चल रही थी. शाम के चार बजे थे...

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