इस हनीट्रैप गिरोह ने केवल आम जनता को ही नहीं, बल्कि समाज के प्रतिष्ठित लोगों को भी अपना शिकार बनाया. दावा किया जा रहा है कि एक डॉक्टर ने इस गिरोह से परेशान होकर आत्महत्या कर ली थी. पुलिस की जांच में यह सामने आया कि डॉक्टर को ब्लैकमेल किया गया था और उसे पैसों की भारी डिमांड की गई थी.
डूरंड लाइन लंबे समय से दोनों देशों के लिए एक संवेदनशील मुद्दा बनी हुई है. अफगानिस्तान कभी भी इस रेखा को अपनी राष्ट्रीय सीमा के रूप में स्वीकार नहीं करता, और यही कारण है कि दोनों देशों के रिश्तों में हमेशा तनाव रहा है.
राम मंदिर के निर्माण के बाद, अब मथुरा और काशी जैसे अन्य धार्मिक स्थलों का मुद्दा भी उभर सकता है. RSS और VHP के नेतृत्व में महाकुंभ में इस मुद्दे पर चर्चा हो सकती है कि कैसे अन्य विवादित धार्मिक स्थलों पर भी न्याय मिल सकता है और इन स्थानों को धर्म की रक्षा के रूप में पुनर्निर्मित किया जा सकता है.
बाबा का असली नाम हरिश्चंद्र विश्वकर्मा है, और वे उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले से हैं. 50 वर्षीय हरिश्चंद्र बचपन से ही आध्यात्मिकता की ओर आकर्षित थे, लेकिन परिवार के डर के कारण वे अपनी बातों को खुलकर नहीं कह पाते थे. 16 साल की उम्र में उन्होंने समाज में फैली बुराइयों और नफरत के खिलाफ आवाज उठाने का फैसला किया और घर छोड़ दिया.
पुलिस और बाल कल्याण समिति (CWC) की एक संयुक्त टीम ने मामले की गंभीरता को देखते हुए गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई की और शनिवार को बच्चे को बचा लिया. हालांकि, बच्चे को लेने वाले दंपति ने आरोपों का खंडन किया और कहा कि उन्होंने किसी भी प्रकार का भुगतान नहीं किया.
कई उलझनों के बाद यह हाई प्रोफाइल केस अंततः बंद कर दिया गया. बिहार में इस केस को लेकर हलचल बनी रही, लेकिन न्याय का कोई स्पष्ट रास्ता नहीं निकल सका. कुणाल किशोर ने अपनी किताब 'दमन तक्षकों का' में इस मामले की गहराई से जानकारी दी है.
केजरीवाल ने अपने पत्र में आरोप लगाया कि बीजेपी वोटर लिस्ट में दखलअंदाजी कर रही है. उनका कहना है कि चुनाव आयोग ने हाल ही में दो महीने तक घर-घर जाकर मतदाता पहचान पत्रों को अपडेट किया था, लेकिन अब केवल 15 दिनों में हजारों नए नाम किस प्रकार से जुड़े हैं?
भारत के 7वें प्रधानमंत्री वीपी सिंह का कार्यकाल 1989 से 1990 तक रहा. उनका निधन 2008 में हुआ था और जब उनकी मृत्यु हुई, तो उनके अंतिम संस्कार को लेकर भी विवाद उठा. कई रिपोर्ट्स के मुताबिक, वीपी सिंह के परिवार ने उनका अंतिम संस्कार दिल्ली में करने की इच्छा जताई थी, लेकिन उन्हें इलाहाबाद ले जाकर संगम के किनारे उनका संस्कार किया गया.
घटना उस समय घटी जब जेजू एयर का विमान मुआन हवाई अड्डे पर लैंडिंग करने की कोशिश कर रहा था. विमान में कुल 175 यात्री और 6 क्रू मेंबर सवार थे, जिनमें से अधिकांश यात्री दक्षिण कोरिया के नागरिक थे.
वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही विरोधियों ने इस पर जमकर आलोचना शुरू कर दी, लेकिन अब इस मामले में एक नया मोड़ आया है. ओम प्रकाश राजभर के बेटे और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के राष्ट्रीय प्रवक्ता, अरुण राजभर ने दावा किया है कि यह वीडियो पूरी तरह से फर्जी है.