राकेश कुमार

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राकेश कुमार विस्तार न्यूज़ में वरिष्ठ उप संपादक सह संवाददाता के पद पर हैं. यहां वो डेटा स्टोरीज, एक्सप्लेनर के अलावा इन डेप्थ खबरों पर काम करते हैं. माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय से मास कम्युनिकेशन में मास्टर्स डिग्री हासिल कर चुके राकेश को रिसर्च में इंटरेस्ट है. इन्हें राजनीति के अलावा बिजनेस, मनोरंजन और लीगल न्यूज स्टोरीज पर काम करना पसंद है. काम के इतर बात करें, तो राकेश को खाली वक्त में फिल्में, क्रिकेट खेलने और किताब पढ़ने में मजा आता है. पूर्व में राकेश सहारा समय नेशनल न्यूज़ चैनल, फीवर FM, APN न्यूज़ और भारत एक्सप्रेस जैसे संस्थानों से जुड़े थे.

मंदाकिनी

बॉलीवुड की सनसनी, गैंग्सटर से प्यार और करियर बर्बाद…अचानक कहां गुम हो गईं मंदाकिनी?

1990 में मंदाकिनी ने एक बड़े मोड़ पर अपनी जिंदगी बदल दी. उन्होंने एक बौद्ध भिक्षु से शादी की और भारत छोड़कर विदेश में अपनी नई जिंदगी की शुरुआत की. मंदाकिनी ने अपने निजी जीवन को साधारण रखा और पूरी तरह से फिल्म इंडस्ट्री से दूर हो गईं.

Syria Dictatorship

सीरिया, लीबिया और मिस्र…तानाशाही खत्म, लेकिन लोकतंत्र की तलाश अब भी जारी! जानें इन देशों का हाल

सीरिया में बदलाव तो हो चुका है, लेकिन क्या लोकतंत्र आने के संकेत हैं? हालांकि, यहां की राजनीति, बाहरी हस्तक्षेप और गुटबाजी का इतिहास इसे और मुश्किल बना रहा है. लेकिन अगर सीरिया के लोग मिलकर एकजुट होते हैं, तो क्या पता! हो सकता है कि वह एक दिन लोकतंत्र की ओर बढ़ सकें.

महावीर मंदिर और पंडिताइन मस्जिद लखनऊ

जब हिंदू ने बनवायी मस्जिद और मुस्लिम ने मंदिर…यूपी की इन ऐतिहासिक जगहों में छुपी है भाईचारे की अनोखी कहानी

उत्तर प्रदेश के इन शहरों के मंदिरों और मस्जिदों का इतिहास यह सिखाता है कि धर्म से ऊपर इंसानियत और भाईचारा होता है.

Germany Car Attack

इस्लाम से नफरत, लड़कियों की तस्करी का आरोप…जर्मनी को दहलाने वाले तालेब ए की अंधेरी दुनिया!

जिस दिन यह घटना घटी, वह शुक्रवार का दिन था और शाम का समय था. तालेब ने एक बीएमडब्ल्यू कार किराए पर ली और उस कार को एक सटीक लक्ष्य के साथ बाजार में घुसा दिया. उसकी कार इतनी तेज़ रफ्तार से चल रही थी कि सड़क पर चलते हुए 68 लोग उसकी चपेट में आ गए.

Jaipur Tanker Blast

आग की लपटों में जलते लोग, पोटली में शरीर और हर तरफ भय…जयपुर टैंकर ब्लास्ट की गहरी दास्तान

सड़क पर भागते लोग, जलते हुए बर्तन, बिखरे हुए टिफिन—हर तरफ सिर्फ भय और अफरा-तफरी का आलम था. लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर दौड़ रहे थे, लेकिन आग की लपटों ने सब कुछ निगल लिया.

iPhone

कहीं सब्सक्रिप्शन पर iPhone लेने की प्लानिंग तो नहीं कर रहे हैं आप? Apple के साथ हो गया ‘खेला’!

Apple का यह प्लान था कि ग्राहक अब iPhone को एक सब्सक्रिप्शन फीस के तहत ले सकेंगे. यानी, जैसे आप कार सब्सक्रिप्शन पर लेते हैं, ठीक वैसे ही हर साल एक नया iPhone आपके हाथ में होगा, और आपको खरीदने के लिए एक बड़ी राशि खर्च नहीं करनी पड़ेगी.

मीनाक्षी शेषाद्रि

कहां गुम हैं मीनाक्षी शेषाद्रि? बॉलीवुड की रानी की अनकही कहानी

कई सालों तक मीनाक्षी के बारे में किसी तरह की जानकारी नहीं आई. उनके फैंस यही सोचते रहे कि क्या मीनाक्षी कभी बॉलीवुड में वापसी करेंगी? क्या वह अपने पुराने दौर की फिल्मों की तरह एक बार फिर से सिल्वर स्क्रीन पर नजर आएंगी?

Jagdeep Dhankar

क्यों खारिज हुआ धनखड़ के खिलाफ विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव? नियमों को ताक पर रखना पड़ गया भारी

राजनीतिक जानकारों का कहना है कि विपक्ष का यह दांव पूरी तरह से नाकाम हुआ, जिससे विपक्षी दलों को एक बड़ा झटका लगा है. अब देखना यह है कि विपक्ष अपनी रणनीतियों में क्या बदलाव करता है.

Akash deep

घर में टूटा दुखों का पहाड़, फिर भी गाबा में ‘आकाश’ जैसे डटा रहा ये खिलाड़ी, बचाई टीम इंडिया की लाज

यह वह वक्त था जब टीम इंडिया को आकाशदीप और बुमराह की बेहतरीन साझेदारी की जरूरत थी. दोनों खिलाड़ियों ने संयम और साहस का परिचय दिया. आकाशदीप ने अपनी बल्लेबाजी से न सिर्फ टीम को संकट से बाहर निकाला, बल्कि एक अहम चौका मारकर फॉलोऑन से बचने में भारत की मदद की.

Goa Liberation Day

36 घंटे और 450 साल पुराने शासन का अंत…भारतीय सेना ने गोवा से पुर्तगालियों को कैसे खदेड़ा, पढ़ें दिलचस्प कहानी

15 अगस्त 1947 को जब भारत ने ब्रिटिश साम्राज्य से स्वतंत्रता प्राप्त की, तो यह सबके लिए एक नई शुरुआत थी. लोग खुश थे कि अब उनका देश स्वतंत्र हो गया है, लेकिन एक बुरी खबर भी थी, गोवा अभी भी पुर्तगालियों के अधीन था. भारत के आज़ादी के दिन सभी जगह ख़ुशियां मनाई जा रही थीं, लेकिन गोवा के लोग ग़म में थे क्योंकि वे भी स्वतंत्रता की उम्मीद में थे...

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